Shivaji Remarks Row: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की छत्रपति शिवाजी महाराज पर टिप्पणी को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. इस बार एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि ऐसे शख्स (कोश्यारी) को बड़ा पद नहीं देना चाहिए. 


शरद पवार ने कहा, ''गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने सारी हदें पार कर दी हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए.'' साथ ही कहा कि ऐसे गैर-जिम्मेदाराना बयान देने वालों को बड़े पद देना ठीक नहीं है. 


मामला क्या है? 
महाराष्ट्र के राज्यपाल कोश्यारी ने शनिवार(19 नवंबर) को औरंगाबाद में एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को डी.लिट की उपाधि से नवाजते हुए महाराष्ट्र में ‘आदर्श लोगों’ की बात करते हुए बी आर आंबेडकर और गडकरी का जिक्र किया था. इस दौरान उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी ‘‘पुराने जमाने’’ के आदर्श थे. वहीं इस पर नितिन गडकरी कह चुके हैं कि शिवाजी महाराज हमारे भगवान हैं. 






'हीरो और आदर्श रहेंगे'
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणनीस ने कहा कि सूरज और चंद्रमा का अस्तित्व रहेगा तब तक महान योद्धा शिवाजी देश के हीरो और आदर्श बने रहेंगे. इसको लेकर गवर्नर कोश्यारी के मन में भी कोई संदेह नहीं हैं. 


विपक्ष ने क्या कहा? 
शिवसेना का मुखपत्र सामना ने गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी  से माफी की मांग की है. वहीं एनसीपी नेता अजित पवार ने रविवार (20 नवंबर) को कहा कि कोश्यारी को अगर राज्य की भावनाओं और छत्रपति शिवाजी महाराज को नहीं समझ सकते तो उन्हें अपना पद छोड़ने पर विचार करना चाहिए. 


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