मुंबई: महाराष्ट्र में शिवसेना,कांग्रेस और एनसीपी के नेता आज राज्यपाल से मिलने जाएंगे. हालांकि इस मुलाकात का मुद्दा किसानों के नुकसान पर चर्चा का बताया गया है लेकिन अहम ये है कि सत्ता का फॉर्मूला तय होने के बाद पहली बार तीनों पार्टियों के नेता एक साथ राज्यपाल से मिल रहे हैं. सरकार का गठन किस दिन होगा ये अभी भी तय नहीं है.


इस मुद्दे पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कल रात एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अभी सरकार बनाने में वक्त लगेगा. कल यानि रविवार को पवार सोनिया गांधी से मुलाकात भी करने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक शिवसेना चाह रही है कि कल यानि बालासाहेब ठाकरे की पुण्यतिथि पर सरकार बने.


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इन सब चर्चाओं के बीच महाराष्ट्र के बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि बीजेपी को राज्य में 119 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. औऱ राज्य में सिर्फ बीजेपी ही स्थिर सरकार दे सकती है. पाटिल ने कहा है, ''बीजेपी को 14 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है. हमारे पास कुल मिलाकर 119 विधायकों की संख्या है. इसी वजह से देवेंद्र फडनवीस ने कहा कि हमारे बिना सरकार नहीं बन सकती.''


न्यूनतम साझा कार्यक्रम, ये है तय फॉर्मूला
महाराष्ट्र में साझा सरकार के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम का मसौदा तैयार है. शिव सेना के सूत्रों के मुताबिक न्यूनतम साझा कार्यक्रम में शिवसेना कट्टर हिंदुत्व का त्याग करेगी और कॉन्ग्रेस मुस्लिम तुष्टीकरण का त्याग करेगी. न्यूनतम साझा कार्यक्रम में कॉमन एजेंडा नाम के हिस्से में वैचारिक मतभेद को पाटने के लिए तीनो दल वैचारिक प्रतिबद्धता का त्याग करेगी या उससे पीछे हटेंगे.


कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना में पदों के बंटवारे का फार्मूला तैयार, जल्द हो सकता है सरकार बनाने का ऐलान


शिवसेना वीर सावरकर के नाम से परहेज करेगी और उनकी कट्टर हिंदुत्व की विचारधारा से खुद को दूर करेगी ठीक उसी तरह कांग्रेस और एनसीपी महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का नाम लेने से परहेज करेंगे. यानी अब महात्मा गांधी की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को जिम्मेदार ठहराने वाले भाषण नहीं होंगे.


निश्चित रूप से सीएम शिवसेना का होगा- एनसीपी
एनसीपी ने मुख्यमंत्री पद को लेकर बड़ा बयान दिया है. एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, ''सवाल बार बार पूछा जा रहा है कि शिवसेना का सीएम होगा क्या? सीएम के पोस्ट को लेके ही शिवसेना और बीजेपी के बीच में विवाद हुआ तो निश्चित रूप से सीएम शिवसेना का होगा. शिवसेना को अपमानित किया गया है, उनका स्वाभिमान बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी बनती है.''