नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन के बीच आठ सीटों पर बात अब भी फंसी है. एनसीपी आठ में से चार खुद के पास रखना चाहती है. ऐसे में अन्य छोटे दलों को भी सीट देने में मुश्किल आ रही है. सूबे में लोकसभा की कुल 48 सीटें है. उत्तर प्रदेश की 80 सीटों के बाद यह सीटों के लिहाज से दूसरा सबसे बड़ा राज्य है.


राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता प्रफुल पटेल ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी और कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे पर बातचीत में प्रगति की है और एक जैसी विचारधारा वाले दलों से उनके गठबंधन को चुनाव में ‘बड़ी सफलता’ मिलेगी. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां सीटों के बंटवारे पर अपने जैसी विचारधारा वाली पार्टियों से चर्चा कर रही है.


पटेल ने कहा, ‘‘हमारा हमेशा से यह मानना है कि एक जैसी विचारधारा वाली पार्टियों को एक-साथ आना चाहिए. मुझे विश्वास है कि गठबंधन को बड़ी सफलता मिलेगी.’’ पटेल ने किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘हम बी आर आंबेडकर की विचारधारा में विश्वास रखने वाले दलों को एक साथ लाना चाहते हैं.’’


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सूत्रों ने बताया कि नेताओं ने चुनावों के मद्देनजर बीड समेत कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में मतभेदों को हल करने पर भी चर्चा की. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस और एनसीपी का केंद्रीय नेतृत्व सीटों के बंटवारे पर अंतिम निर्णय लेगा.


उन्होंने कहा, ‘‘अब गेंद केंद्रीय नेताओं के पाले में है. दोनों पार्टियां सीटों के बंटवारे के संबंध में अपनी रिपोर्टों को अपने-अपने केंद्रीय नेताओं को सौंपेगी. इसके आधार पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.’’


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