NCP Crisis: अजित पवार की बगावत पर AAP बोली, 'विपक्षी दलों को तोड़ने के लिए जांच एजेंसियों का हो रहा है इस्तेमाल'
AAP On NCP Crisis: एनसीपी में अजित पवार के नेतृत्व में हुई बगावात को लेकर आप नेता संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी विपक्ष को तोड़ना चाहती है.
NCP Crisis: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में अजित पवार के नेतृत्व में हुई बगावात को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने मंगलवार (4 जुलाई) को बीजेपी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि ये सबूत है कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर विपक्षी दलों को तोड़ने की कोशिश कर रही है. ये बीजेपी का असली चेहरा है. महाराष्ट्र में जो कुछ हुआ वो यह दिखाता है कि कैसे सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसी का प्रयोग किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का किया जिक्र
आप नेता संजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं करते, बल्कि वह भ्रष्टाचार के सबसे बड़े पोषक हैं. महाराष्ट्र सरकार में उप मुख्यमंत्री बनाए गए अजित पवार इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं. ऐसे में उन्हें नैतिकता और ईमानदारी की बात नहीं करनी चाहिए.
उन्होंने पीएम मोदी के भाषण को याद दिलाते हुए कहा, "पीएम मोदी ने कहा था कि हम भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करने की गारंटी देते हैं, लेकिन बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार में सभी भ्रष्टाचारियों को पद दिए जा रहे हैं. कोई उप मुख्यमंत्री है तो कोई विधानसभा चुनाव का प्रभारी बनाया जा रहा है."
दरअसल, अजित पवार ने एकनाथ शिंदे-बीजेपी गठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने के लिए एनसीपी में बगावत का नेतृत्व किया. उनके साथ आठ अन्य विधायकों ने भी एकनाथ शिंदे-बीजेपी सरकार में मंत्री के रूप में शपथ ली.
एनसीपी में क्या बदलाव हुए?
एनसीपी ने महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के समक्ष एक याचिका दायर की, जिसमें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार समेत नौ विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की गई.
फिर सोमवार (3 जुलाई) को एनसीपी चीफ शरद पवार ने अजित पवार के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के चलते पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और महासचिव सुनील तटकरे को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए पद से हटा दिया था.
वहीं, अजित पवार खेमे ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष से जयंत पाटिल और जितेंद्र आव्हाड को सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने की मांग की है. प्रफुल्ल पटेल ने सोमवार (3 जुलाई) को अजित पवार को एनसीपी विधायक दल का नेता और सुनील तटकरे को एनसीपी की प्रदेश इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया था.
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