NCP Crisis: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के शरद पवार खेमे ने शनिवार (9 सितंबर) को निर्वाचन आयोग को बताया कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए कुछ शरारती लोगों के छोड़कर जाने के अलावा पार्टी में कोई विवाद नहीं है. उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले बागी समूह को लेकर ये बात कही.
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने एक बयान में कहा कि चुनाव आयोद ने अजित पवार की दायर एक याचिका पर उसका जवाब मांगा था. पार्टी ने निर्वाचन आयोग को अपना प्रारंभिक जवाब सौंपा है.
शरद पवार गुट ने क्या कहा?
पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार गुट ने कहा, ‘‘हमने अजीत पवार के विरोधाभासी रुख को साबित किया है. यह भी बताया कि उन्होंने कैसे बिना किसी कानूनी अधिकार के निर्वाचन आयोग के समक्ष दावा किया.’’
इसने कहा, ‘‘हमने निर्वाचन आयोग को बताया है कि कुछ शरारती लोगों के अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए पार्टी से दलबदल करने के अलावा इसमें (पार्टी में) कोई विवाद नहीं है. ’’ इसने कहा कि संगठन अक्षुण्ण है. पार्टी अध्यक्ष शरद पवार के साथ मजबूती से खड़ा है.
मामला क्या है?
अजित पवार और एनसीपी के आठ अन्य विधायक इस साल जुलाई में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए, इससे पार्टी में विभाजन हो गया. इसके बाद में अजित पवार ने एनसीपी पर अपना दावा किया था.
अजित पवार बीजेपी और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल होकर मंत्री बन गए है.
अजित पवार ने क्या कहा?
अजित पवार ने शनिवार को कहा कि इलेक्शन कमीशन एनसीपी को लेकर सही निर्णय देगा. शरद पवार के गुट के इस जवाब के बारे में पूछे जाने पर अजित पवार ने कहा, ‘‘हम अपने रुख के बारे में कल होने वाली रैली पर बात करेंगे. जब एनसीपी के दोनों गुटों ने एक दूसरे के खिलाफ नोटिस जारी किया है. मुझे लगता है कि ऐसे में निर्वाचन आयोग सही निर्णय लेगा.’’
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