मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत पर सबकी नजरे हैं. आज सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र को लेकर सुनवाई हुई. कोर्ट अब कल इस मामले में अपना आदेश सुनाएगा. सभी पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने कहा कि कल मंगलवार को साढ़ें दस बजे फैसला सुनाया जाएगा. शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने अपनी याचिका में कहा है कि राज्य में जल्द से जल्द फ्लोर टेस्ट कराया जाए.
इस बीच एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने अजित पवार को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम जल्द ही उनसे एक बार फिर मिलने की उम्मीद कर रहे हैं. जयंत पाटिल ने कहा,’’हमने एक बार अजित पवार से बातचीत की थी, जल्द ही एक और बार मुलाकात की उम्मीद कर रहे हैं.’’
जाहिर है कि शनिवार 23 नवंबर को अजित पवार ने देवेंद्र फडणवीस को समर्थन दे दिया. शनिवार को सुबह साढ़ें सात बजे देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवाई गई. इसके साथ ही अजित पवार ने राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. अजित पवार के इस फैसले के बाद राज्य में सियासी भूचाल आ गया.
यह सबकुछ इतनी जल्दी हुआ कि इस फैसले की भनक एनसीपी प्रमुख शरद पवार को भी नहीं लगी. बाद में शरद पवार ने विधानसभा में एनसीपी के विधायक दल के पद से अजित पवार को हटा दिया. उनकी जगह जयंत पाटिल को अंतिरम नेता बनाया गया.
इसके बाद शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस शनिवार की शाम तक सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई. कोर्ट में याचिका देते हुए तीनों दलों ने कहा कि बीजेपी को सरकार बनाने के लिये आमंत्रित करने के राज्यपाल के 23 नवंबर के आदेश को रद्द किया जाए. उधर अजित पवार ने कहा कि एनसीपी, राज्य में बीजेपी के साथ महाराष्ट्र में स्थायी सरकार देगी. रविवार को उन्होंने ट्वीट करते हए ये बात कही. इस पर शरद पवार ने कहा कि कहा कि बीजेपी के साथ गठबंधन का सवाल नहीं उठता.
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