Maharashtra Politics: एनसीपी नेता अजित पवार (Ajit Pawar) के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों का बाजार गर्म है. इस बीच अब उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट के वॉलपेपर से पार्टी का झंडा भी हटा दिया है. इतना तय है कि अगर वह बीजेपी में शामिल होते हैं तो महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर से उबाल आ सकता है. इससे पहले उन्होंने विधायकों की एक बैठक बुलाई थी. यहां तक कि वह एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार और सांसद सुप्रिया सुले की पुणे में एक रैली में भी शामिल नहीं हुए थे. 


हालांकि अजीत पवार ने पार्टी छोड़ने की सभी खबरों को केवल एक अफवाह बताया. उन्होंने कहा कि जो खबर दिखाई जा रही उसमें कोई तथ्य नहीं है. उन्होंने किसी विधायक का साइन नहीं लिया है. सभी एनसीपी में हैं और आगे भी रहेंगे. कुछ विधायक अपने क्षेत्र या अपने काम के लिए मिलने आते हैं. इसका मतलब यह नहीं की वो किसी और वजह से आए हैं



'जान बूझकर फैलाई जाती हैं ऐसी खबरें'


उन्होंने आगे कहा कि ऐसी खबरों से कार्यकर्ता के मन में भ्रम पैदा होता है. शरद पवार के नेतृत्व में हम सब साथ हैं. जानबूझकर ऐसी खबरों को फैलाया जाता है. उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें असामयिक बारिश, मंहगाई , बेरोजगारी जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए फैलाई जाती हैं. 


क्या बोले थे शरद पवार


अजित पवार की बगावत की अटकलों के बीच तरह-तरह के दावे किये जा रहे हैं. इन सब चर्चाओं के बीच सोमवार (17 अप्रैल) को एनसीपी प्रमुख शरद पवार का भी एक बयान सामने आया था. अजित पवार की कथित बगावत की अटकलों के बीच पवार ने कहा था कि अजित पवार चुनाव संबंधी कामों में व्यस्त हैं. यह सारी बातें सिर्फ मीडिया में हैं.


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