देश में बुधवार को लगातार दूसरे दिन पेट्रोल और डीज़ल के दामों में इज़ाफा किया गया. लंबे वक्त से पेट्रोल और डीज़ल के दामों बढ़ोतरी नहीं हुई थी, लेकिन पांच राज्यों में चुनाव संपन्न होने के बाद एक बार फिर रेट बढ़ने का सिलसिला शुरू हो गया है, जिसपर विपक्ष हमलावर है.


राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की सांसद सुप्रिया सुले ने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैसों के दामों में बढ़ोत्तरी को लेकर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि चुनाव के समय महंगाई पर लगाम रहती है तो देश में ‘हर महीने एक चुनाव कराया जाना चाहिए’ ताकि जनता को महंगाई का दंश नहीं झेलना पड़े.


एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने लोकसभा में शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा कि महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस का लाभ देने वाली सरकार ने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम फिर से बढ़ा दिए हैं. उन्होंने कहा कि देश में महंगाई से जनता का बुरा हाल है. उन्होंने कहा, ‘‘जब भी चुनाव आ रहे होते हैं तो उनसे पहले महंगाई एकदम से रुक जाती है और चुनाव खत्म होने के बाद चीजें फिर से महंगी होनी शुरू हो जाती हैं.’’


सुप्रिया सुले ने कहा, ‘‘ऐसे में मुझे तो महंगाई रोकने का एक ही उपाय नजर आता है. देश में हर महीने कोई चुनाव होना चाहिए, जिससे पेट्रोल-डीजल का दाम भी कम रहेगा.’’


कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की हाल में बढ़ी हुई कीमतों को वापस लेने की मांग की. कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, " "जनलूट योजना" जारी है! पेट्रोल डीजल के दाम 80 पैसा और बढ़े, 2 दिन में 1.60 रुपये लीटर की जनता को 'चपत'. गेहूं की कटाई में किसान को लूटने का यही मौका है. मध्यम वर्ग-नौकरी पेशा को तो रोज लूटना अब सरकार का 'धर्म' है. विरोध हुआ तो 'फिल्म' दिखा देंगे, धर्म-जाति के पीछे छुपा देंगे."


आज कितने बढ़े रेट
 
आज पेट्रोल और डीज़ल के दाम में 80-80 पैसों की बढ़ोत्तरी की गई. इससे पहले बीते रोज़ 137 दिनों के बाद ईंधन के दाम में इजाफा देखा गया था और पेट्रोल-डीजल के दाम में 80-80 पैसे का इजाफा किया गया था.


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