एनसीपी की कोशिश गई बेकार, नहीं माने अजित पवार, मनाने गए नेता वापस लौटे
उधर बीजेपी सूत्रों ने बताया कि एनसीपी के जो विधायक राजभवन गए थे उनमें से सिर्फ तीन चार विधायकों को ही पता था कि दादा डिप्टी सीएम बन रहे हैं. ये चेहरे जानबूझकर दिखाने के लिए सुबह उठाकर बुलाए गए थे.
मुंबई: शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने किसी को भनक भी नहीं लगने दी और बीजेपी के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनवा दी. देवेंद्र फडणवीस ने आज सुबह शपथ ली तो उनके साथ ही अजित पवार ने भी डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. इसके बाद अजित पवार को मनाने के लिए एनसीपी के तीन नेता उनसे मिलने गए. पार्टी के सीनियर नेता सुनील तटकरे, दिलीप वलसे पाटील और हसन मुशरिफ उन्हें मनाने पहुंचे लेकिन वे नहीं माने.
इसके साथ ही अजित पवार खेमे के कुछ विधायक मुंबई से दिल्ली आ रहे हैं. चाटर्ड प्लेन से दिल्ली आ रहे हैं. उधर बीजेपी सूत्रों ने बताया कि एनसीपी के जो विधायक राजभवन गए थे उनमें से सिर्फ तीन चार विधायकों को ही पता था कि दादा डिप्टी सीएम बन रहे हैं. ये चेहरे जानबूझकर दिखाने के लिए सुबह उठाकर बुलाए गए थे. उन्हें राजभवन पहुंचने के बाद बताया गया. बीजेपी सूत्रों ने कहा कि असली नंबर 30 नवंबर को दिखाए जाएंगे.
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गडकरी ने दोहराया- राजनीति और क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है
महाराष्ट्र में हुए इस बड़े उलटफेर के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने पहले ही कहा था कि क्रिकेट और राजनीति में कुछ भी हो सकता है. बता दें कि पहले भी उन्होंने ये बात कही थी. वहीं शुक्रवार को उन्होंने कहा था कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच जो गठबंधन है वो अवसरवाद का गठबंधन है और ये ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगी.
विधायकों को बाहर भेजने की तैयारी में कांग्रेस
उधर कांग्रेस खेमे से जुड़ी ये अहम खबर आई है. सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र के अपने विधायकों को कांग्रेस राज्य से बाहर भेजने की तैयारी कर रही है. सूत्रों ने बताया कि विधायकों को कांग्रेस शासित राज्य में भेजा जा सकता है. प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित करते हुए अहमद पटेल ने कहा कि उनके विधायक एकजुट हैं.
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