Maharashtra Politics: शिवसेना के नाम और चुनाव निशान पर चुनाव आयोग के फैसले ने राजनीति को गरम कर दिया है. इलेक्शन कमीशन की ओर से उद्धव ठाकरे को तगड़ा झटका लगा है. चुनाव आयोग ने शिवसेना के धनुष-बाण को शिंदे गुट के नाम कर दिया है. इसको लेकर विपक्ष अब चुनाव आयोग पर ही सवाल उठा रहा है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने भी उद्धव ठाकरे का समर्थन किया है. 


राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने इस फैसले को हैरान करने वाला और निराशाजनक बताया है. सुप्रिया सुले ने राज ठाकरे का उदाहरण देते हुए कहा, "जब राज ठाकरे ने पार्टी छोड़ी तो उन्होंने पार्टी को हथियाया नहीं था. उन्होंने अपने दम पर शुरुआत की थी. तो यह विकल्प हर किसी के पास था. लेकिन इस पार्टी को हड़पने के लिए जिस तरह से यह सब हुआ है वह बहुत ही दुखद और निराशाजनक है."


बालासाहेब ठाकरे की इच्छा का हवाला दिया


एनसीपी नेता ने कहा, "बालासाहेब ठाकरे की इच्छा थी कि उद्धव ठाकरे पार्टी को चलाएं." उन्होंने आगे कहा, "बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह फैसला आया है क्योंकि अगर यह पार्टी बालासाहेब ठाकरे ने शुरू की थी और उनकी इच्छा थी कि उद्धव ठाकरे इसे चलाएं, तो यह फैसला नहीं होना चाहिए था."


सुप्रिया सुले ने कहा, "शरद पवार ने कहा था कि आपको इन चुनौतियों का सामना करना होगा और शुरु से एक नई शुरुआत करनी होगी. पार्टी बालासाहेब ठाकरे की ओर से शुरू की गई थी और उन्होंने तय किया था कि इसे कौन चलाएगा? केवल पृष्ठभूमि को नहीं भूलना चाहिए."


शिंदे गुट पर राउत की अमर्यादित टिप्पणी


इस फैसले के बाद जहां मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट के नेता इसे बालासाहेब और उनके विचारों की जीत बता रहे हैं तो वहीं उद्धव ठाकरे और उनके गुट के नेता इस फैसले को अस्वीकार कर रहे हैं. वे आयोग के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं. इसी बीच उद्धव गुट के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने अमर्यादित टिप्पणी करते हुए कहा, "पालतू कुत्ते ने रोटी की थाली सरका ली तो मालिक भिखारी नहीं हो जाता और कुत्ता मालिक नहीं हो जाता." 


धनुष-बाण के चोर पकड़े जाएंगे- राउत


संजय राउत ने आगे कहा, "कई जगहों पर चोरों को सड़क पर पकड़कर मार दिया जाता है. अगर कोई चोर पकड़ा जाता है तो लोग उसके कपड़े उतारकर उसे सड़क पर मार देते हैं." उन्होंने कहा, "धनुष-बाण के चोर भी पकड़े जाएंगे और राज्य की जनता ऐसा ही सबक सिखाएगी." शिवसेना (यूबीटी) गुट के नेता ने कहा, "कुछ भी कर लो, हम लोग डरने वाले नहीं है. शिवसेना मर्दों की पार्टी है. हम फिर से राज्य की सत्ता में वापस आएंगे."


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