इन दिनों एनसीपी और राज ठाकरने की मनसे सियासी वार पलचवार में एक दूसरे के सामने आ गये हैं. जहां मनसे प्रमुख राज ठाकरे के मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग वाले बयान पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है तो वहीं अब पलटवार करते हुए एनसीपी के मुस्लिम कार्यकर्ता पुणे में हनुमान जी का प्रसाद खाकर अपना रोजा छोड़ेंगे.
पुणे के साखली पीर तालीम के पास बने राष्ट्रीय हनुमान मंदिर पर शाम 6:30 बजे इसका आयोजन किया गया है. एनसीपी के सचिव रविंद्र मालवदकर ने इफ़्तार का आयोजन किया है. पिछले 34 सालों से हनुमान जयंती के मौके पर हर साल हिंदू मुस्लिम साथ आते हैं.
राज ठाकरे ने दिया था लाउड स्पीकर हटाने का अल्टीमेटम
इसके अलावा राज ठाकरे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वसले पाटिल ने चेतावनी देते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में किसी को भी माहौल खराब करने नहीं देंगे. मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम देने के बाद से इस समय महाराष्ट्र की राजनीति गर्म है.
मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम देने के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे पर हमला करते हुए महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने गुरुवार को कहा कि सरकार ने इस पर गहन विचार किया है और हम राज्य में किसी को भी माहौल खराब नहीं करने देगें.
राज्य में किसी को भी माहौल खराब नहीं करने देंगे
दिलीप वलसे पाटिल की यह टिप्पणी एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बयान देने के एक दिन बाद आई है. शरद पवार ने इस मुद्दे पर कहा कि राज्य सरकार महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख द्वारा 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम देने पर गंभीरता से विचार करे. गृह मंत्री पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, "सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है. पुलिस हनुमान जयंती सहित आगामी त्योहारों के लिए तैयार है. हम इस राज्य में किसी को भी माहौल खराब नहीं करने देंगे."
राज ठाकरे महाराष्ट्र के ओवैसी- संजय राउत
इस बयान के बाद से राज ठाकरे शिवसेना समेत कांग्रेस और एनसीपी के निशाने पर हैं. साथ ही इस बीच शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इस विवाद पर एक वेबसाइट को इंटरव्यू दिया. राउत ने राज ठाकरे पर हमला करते हुए कहा कि "राज ठाकरे महाराष्ट्र के ओवैसी हैं, जो काम ओवैसी ने यूपी में किया, बीजेपी महाराष्ट्र में वही काम उनसे करवाएगी."