Bharat Jodo Yatra: बाल आयोग ने भारत जोड़ो यात्रा में बच्चों के इस्तेमाल का फिर जड़ा आरोप, कांग्रेस ने बताया बचकाना
बाल आयोग ने पिछले महीने निर्वाचन आयोग से कहा था कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में बच्चों का कथित रूप से राजनीतिक साधन के रूप में दुरुपयोग हो रहा है. इसके बाद कांग्रेस के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई.
Bharat Jodo Yatra: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) यानी बाल आयोग के प्रमुख प्रियंक कानूनगो ने मंगलवार को फिर आरोप लगाया कि कांग्रेस ने 'जवाहर बाल मंच' की स्थापना करके और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में बच्चों का इस्तेमाल करके कानून का उल्लंघन किया है. इससे पहले भी NCPCR ने कांग्रेस पर भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बच्चों को शामिल करने के आरोप लगाए थे. इस बीच, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कानूनगो पर निशाना साधते हुए कहा कि NCPCR प्रमुख अपने ‘सुप्रीम बॉस’ की तरह ही झूठे हैं.
बच्चों को राजनीति के उपयोग में लाना गलत
NCPCR ने पिछले महीने निर्वाचन आयोग से कहा था कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में बच्चों का राजनीतिक साधन के रूप में गलत उपयोग हो रहा है. इसके बाद पार्टी और उसके नेता राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई और आवश्यक कार्रवाई और जांच की मांग हुई. रमेश और पार्टी के कुछ दूसरे नेताओं के एक डेलिगेशन ने सोमवार को निर्वाचन आयोग पहुंचकर नोटिस का जवाब सौंपा था. पार्टी ने कहा था कि बाल आयोग की शिकायत बचकाना हरकत है क्योंकि इस यात्रा में बच्चों का इस्तेमाल नहीं किया गया और किसी तरह से कानून का उल्लंघन नहीं हुआ.
NCPR ने मामलें को लेकर किया ट्वीट
कानूनगो ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस पार्टी ने अपनी राजनीतिक गतिविधि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में अपने राजनीतिक विभाग जवाहर बाल मंच के मदद से बच्चों का इस्तेमाल किया. जिसको लेकर NCPCR ने निर्वाचन आयोग के समक्ष अधिकारिक आपत्ति दर्ज कराई है, जिस पर आयोग ने कांग्रेस को नोटिस जारी किया है’’. उन्होंने कहा, 'राजनीतिक दलों को मान्यता देने और कंट्रोल करने का काम निर्वाचन आयोग का है, इसलिए उसके सामने इस विषय को उठाया गया है.
संविधान की शर्तों को तोड़ा गया
NCPCR के प्रमुख कानूनगो ने कहा कि यह मामला मान्यता के लिए निर्वाचन आयोग को दिया गया है. कांग्रेस ने संविधान की शर्तों को तोड़कर 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए राजनीतिक विभाग जुड़ा है, जो बहुत ही गंभीर है. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने राजनीतिक दल के रूप में मान्यता प्राप्त करने हेतु देश के क़ानून के अनुसार खुद का जो संविधान निर्वाचन आयोग को दिया है, यह संविधान के अर्टिक्ल पांच का उल्लंघन है. यह सीधे रूप में निर्वाचन आयोग की कार्रवाई की एरिया में आता है इसलिए निर्वाचन आयोग ने कार्रवाई की है.'
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने साधा निशाना
जयराम रमेश ने कानूनगो पर निशाना साधते हुए कहा,'यह व्यक्ति जिस पद पर बैठे हैं, उसका अपमान कर रहे हैं. वह अपने ‘सुप्रीम बॉस’ की तरह झूठे हैं.' उन्होंने सोमवार को कहा था, '2007 में NCPCR का गठन किया गया था. NCPCR की अध्यक्षता पहली बार RSS और BJP का एक कार्यकर्ता कर रहा है.’’
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