Bhopal Hospital Fire Tragedy: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सोमवार को हमीदिया अस्पताल के कैंपस में आग लगने से हड़कंप मच गया था. हमीदिया अस्पताल के कैंपस एरिया में बने कमला नेहरू बिल्डिंग के पीडियाट्रिक विभाग में आग लगने से 4 बच्चों की मौत हो गई थी. जिसके बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने इस घटना पर स्वतः संज्ञान लिया है.
कमला नेहरू बाल चिकित्सालय के एसएनसीयू में चार शिशुओं की मौत के संबंध में एनसीपीसीआर ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर जांच दल गठित करने को कहा है. इसके साथ ही आदेश जारी किया है कि अस्पताल अपने फायर एनओसी के विवरण और किए गए फायर सेफ्टी ऑडिट के विवरण से भी अवगत कराएगी. इसके साथ ही मृत शिशुओं के परिवारों के लिए पर्याप्त मुआवजे की भी मांग की गई है.
एनसीपीसीआर ने एनआईसीयू, पीआईसीयू, एसएनसीयू और बच्चों के लिए अन्य चिकित्सा सुविधाओं वाले सभी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों और नर्सिंग होम में फायर सेफ्टी ऑडिट किए जाने की बात कही है. एनसीपीसीआर का कहना है कि इसके लिए अस्पताल को फायर विभाग से एनओसी प्राप्त करनी चाहिए और दिए गए मानदंडों को पूरा करने के बाद ही नवीनीकरण प्राप्त करना चाहिए.
एनसीपीसीआर ने निकट भविष्य में अस्पतालों में हो रही ऐसी गड़बड़ी को रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है. एनसीपीसीआर ने भविष्य में किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए सभी जिलों को अग्निशमन सेवा अधिनियम, भारतीय राष्ट्रीय भवन संहिता, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में निर्धारित अग्नि सुरक्षा उपायों का कड़ाई से पालन करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को इस संबंध में पत्र भी लिखा है. जिसमें इस पत्र के जारी होने की तारीख से 30 दिनों के भीतर आयोग के लिए जिलेवार अनुपालन रिपोर्ट की व्यवस्था करने की बात कही गई है.
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