NCRB Latest Data On Suicides Committed: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) ने पिछले साल देश में हुई आत्महत्याओं (Suicides) को लेकर अपनी एक रिपोर्ट पेश की है. रिपोर्ट में आत्महत्या को लेकर कई हैरान करने वाले आंकड़े भी पेश किए गए हैं. दिहाड़ी मजदूरों (Daily Wage Laborers), स्वरोजगार (Self Employed) से जुड़े लोगों, बेरोजगारों और कृषि क्षेत्र से संबद्ध लोगों ने 2021 में सर्वाधिक संख्या में आत्महत्या की. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCB) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.


गौरलतब है कि 2021 में दुनिया समेत पूरा देश कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) से जूझ रहा था. एनसीआरबी की एक नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में 2021 में कुल 1,64,033 लोगों ने आत्महत्या की. रिपोर्ट के अनुसार,  2021 में 1,18,979 पुरुषों ने आत्महत्या की, जिनमें से 37,751 दिहाड़ी मजदूर, 18,803 स्वरोजगार से जुड़े लोग और 11,724 बेरोजगार शामिल थे. आंकड़ों के अनुसार, 2021 में 45,026 महिलाओं ने आत्महत्या की.


इन राज्यों में किसानों ने की सबसे अधिक आत्महत्या


एनसीआरबी ने देश में आत्महत्याओं को लेकर अपनी ताजा रिपोर्ट में बताया कि साल 2021 में कृषि क्षेत्र (Agricultural Sector) से संबद्ध 10,881 लोगों ने आत्महत्या की, जिनमें से 5,318 किसान और 5,563 खेत मजदूर थे. 5,318 किसान में से 5107 पुरुष और 211 महिलाएं थीं. 5,563 खेत मजदूरों में से 5,121 पुरुष तथा 442 महिलाएं थीं. आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, त्रिपुरा, मणिपुर, अरूणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, चंडीगढ़, लक्षद्वीप और पुडुचेरी जैसे कुछ राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में किसी किसान या खेत मजदूर ने आत्महत्या नहीं की.


रिपोर्ट के अनुसार, कृषि क्षेत्र से जुड़े सर्वाधिक संख्या में,37.3 प्रतिशत लोगों ने महाराष्ट्र में आत्महत्या की. इसके बाद, कर्नाटक (19.9 प्रतिशत), आंध्र प्रदेश (9.8 प्रतिशत), मध्य प्रदेश (6.2 प्रतिशत) और तमिलनाडु (5.5 प्रतिशत) का स्थान है.


उद्योग, स्वरोजगार और सरकारी कर्मचारियों ने की आत्महत्या


राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, 2021 में आत्महत्या करने वाले 1,64,033 लोगों में निजी क्षेत्र के उद्यमों में कार्यरत 7.0 प्रतिशत यानी 11,431 लोग थे, जबकि 1.2 प्रतिशत यानी 1,898 सरकारी कर्मचारी थे. स्वरोजगार से जुड़े 20,231 लोगों ने आत्महत्या की.


रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में आत्महत्या करने वाले 1,05,242 लोगों की वार्षिक आय एक लाख रुपये से कम थी, जबकि 51,812 लोग एक लाख रुपये से पांच लाख रुपये तक की वार्षिक आय वर्ग के थे.


इसे भी पढ़ेंः-


नई शराब नीति पर अन्ना हजारे की केजरीवाल को खरी-खरी, चिट्ठी में कहा- आप भी सत्ता के नशा में डूब गये


गुलाम नबी आजाद के बाद कांग्रेस को फिर बड़ा झटका, पूर्व डिप्टी CM समेत जम्मू कश्मीर के 64 नेताओं का इस्तीफा