NDA की बैठक में शिवसेना-एनसीपी समेत ये 38 पार्टियां होंगी शामिल- सामने आई सभी दलों की लिस्ट
NDA Meeting: विपक्षी दलों की बैठक के जवाब में दिल्ली में होने जा रही एनडीए की बैठक में 38 दलों को बुलाया गया है. इसमें अजित पवार वाली एनसीपी और एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना का भी नाम शामिल है.
NDA Meeting: विपक्षी दलों की बैठक के जवाब में बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए ने भी अपने सहयोगी दलों की बैठक बुलाई है, जिसमें तमाम दलों को आने का न्योता दिया गया. इस बार बीजेपी के साथ कई ऐसे दल भी एनडीए की बैठक में शामिल हो रहे हैं, जो पहले इसका हिस्सा नहीं थे. बीजेपी ने दावा किया है कि कुल 38 दल इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं. इन तमाम राजनीतिक दलों की लिस्ट भी सामने आ चुकी है. जिसमें एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना और अजित पवार वाली एनसीपी का नाम भी शामिल है.
एनडीए बैठक में शामिल होने वाले दल
- भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
- शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट)
- एनसीपी (अजित पवार गुट)
- राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (पशुपति कुमार पारस)
- ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम
- अपना दल (सोनेलाल)
- नेशनल पीपुल्स पार्टी
- नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी
- ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन
- सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा
- मिजो नेशनल फ्रंट
- इंडीजीनियस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा
- नगा पीपुल्स फ्रंट, नगालैंड
- रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले)
- असम गण परिषद
- पत्तली मक्कल कची
- तमिल मानिला कांग्रेस
- यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल
- सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी
- शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त)
- महाराष्ट्रवादी गोमंटक पार्टी
- जननायक जनता पार्टी
- प्रहर जनशक्ति पार्टी
- राष्ट्रीय समाज पक्ष
- जन सुराज्य शक्ति पार्टी
- कुकी पीपुल्स आलायंस
- यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (मेघालय)
- हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी
- निषाद पार्टी
- ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस
- हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM)
- जन सेना पार्टी
- हरियाणा लोकहित पार्टी
- भारत धर्म जन सेना
- केरल कामराज कांग्रेस
- पुथिया तमिलागम
- लोक जन शक्ति पार्टी (राम विलास पासवान)
- गोरखा नेशनल लिब्रेशन फ्रंट
2024 की लड़ाई शुरू
बीजेपी और तमाम विपक्षी दलों के बीच 2024 लोकसभा चुनाव के लिए लड़ाई शुरू हो चुकी है. दोनों ही पक्षों की तरफ से अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पटना में हुई विपक्ष की पहली बैठक का नतीजा है कि अब लगभग खत्म हो चुके एनडीए में फिर से जान फूंकने की कोशिश हो रही है. वहीं बीजेपी का कहना है कि एकजुट होने वाले दल भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. दोनों तरफ से होने वाली इन बैठकों को शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है.