नई दिल्ली: मेघालय में बीजेपी के समर्थन से कॉनरॉड संगमा सरकार बनाने जा रहे हैं. कल सुबह उनका शपथ ग्रहण समारोह होगा. बीजेपी ने एनपीपी और दूसरे छोटे दलों को अपने पाले में लाकर मौजूदा मुख्यमंत्री मुकुल संगमा को इस्तीफा देने के लिए विवश कर दिया है. ऐसे में राज्य में सबसे ज्यादा 21 सीट जीतने वाली कांग्रेस सरकार बनाने में विफल हो गई और महज दो सीटें जीतने वाली बीजेपी की पहल पर राज्य में गैर कांग्रेसी सरकार के गठन का रास्ता साफ हो गया है.
राज्य में विधानसभा की कुल 60 सीट हैं जिसमें 59 सीटों पर चुनाव हुए. ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 30 हो गया. कांग्रेस 21 सीटें जीतकर नंबर वन की पार्टी बनी, जबकि 19 सीटों के साथ नेशनल पीपुल्स पार्टी दूसरे नंबर पर रही. बीजेपी के खाते में महज दो सीटें आईं. वहीं दूसरे छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने 17 सीटों पर जीत दर्ज की.
मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी के पास 19 सीट हैं. दों सीटों वाली बीजेपी के समर्थन के बाद उसकी सीट संख्या 21 हो गई. बाद में छह सीटें जीतने वाली UDP और दो सीटें जीतने वाली HSDP ने भी उसे समर्थन देने का एलान कर दिया. इस तरह बीजेपी समर्थित गैर कांग्रेसी गठबंधन की संख्या हो गई 29. चार सीटों वाली पीडीएफ और एक निर्दलीय ने भी गैर कांग्रेसी गठबंधन में शामिल होने का फैसला कर लिया. अब इस तरह कुल आंकड़ा हो 34 का हो गया जो कि बहुमत के जादुई आंकड़े 30 से चार ज्यादा है.
आपको बता दें कि गोवा और मणिपुर में सबसे ज्यादा सीट जीतने के बावजूद सरकार बना पाने में असफल कांग्रेस ने मेघालय के सियासी समीकरण को दुरुस्त करने के लिए अपने वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और कमलनाथ को दिल्ली से शिलांग भेजा ताकि वो बहुमत के लिए जरूरी नौ सीटों की व्यवस्था कर सकें लेकिन उनकी कोशिश कामयाब नहीं हो पायीं.
मेघालय में इस बार सत्ता की चाभी उन क्षेत्रीय दलों और निर्दलीयों के हाथ में रही जिन्होंने कुल 17 सीटों पर जीत दर्ज की है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने इनको अपने पाले में लाने की हर मुमकिन कोशिश की लेकिन कांग्रेस की सबसे बड़ी समस्या ये रही कि ये छोटे दल और निर्दलीय कांग्रेस को ही सत्ता से उखाड़ फेंकने का वादा करके विधानसभा पहुंचे थे.
सूत्रों के मुताबिक अभी कुछ और छोटे दल गैर कांग्रेस गठबंधन में शामिल हो सकते हैं. इस बीच खबर है कि एनपीपी के नेता कोनरेड संगमा मेघालय के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं .