नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह राष्ट्रपति चुनावों की तैयारी में जुट गए हैँ. आज दिल्ली में NDA के 32 दलों की महाबैठक बुलाई गई है. बैठक के लिए अमित शाह ने खुद सभी को न्यौता भेजा है. बैठक में प्रधानमंत्री सबका साथ 'सबका विकास का नारा' एक बार फिर बुलंद करेगे.
बैठक में आने के लिए 32 दलों को न्योता
NDA को मज़बूत और धारदार बनाने के लिए दिल्ली में 32 दलों की बैठक अमित शाह ने बुलाई है. कभी गरम कभी नरम रिश्तों के बाद भी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे बैठक में हिस्सा लेने आ रहे हैं. कश्मीर से लेकर केरल और गोवा से लेकर नागालैंड तक के 32 दलों के नेता भविष्य की साझा रणनीति बनाएंगे. पीएम मोदी के निर्णयक नेतृत्व में आमराय के मसलों पर "सबका साथ सबका विकास" की थीम के साथ ये बैठक शुरू होगी.
चंद्रबाबू नायडू और महबूबा मुफ्ती भी बैठक में ले सकते हैं हिस्सा
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से यह एनडीए के शीर्ष नेताओं की दूसरी बैठक होगी. बीजेपी सूत्रों ने बताया कि सहयोगी दलों में टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती प्रमुख नेता होंगे जो बैठक में हिस्सा ले सकते हैं. कई केंद्रीय मंत्री भी बैठक में उपस्थित होंगे. देशभर से बीजेपी के सहयोगी दलों के प्रतिनिधि शाम को होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगे. इसके बाद डिनर का आयोजन किया गया है.
NDA की इस बैठक में-
1. कश्मीर से पीडीपी और सज्ज़ाद लोन पीपुल्स पार्टी
2. पंजाब से अकाली दल
3. महाराष्ट्र से शिवसेना,भारतीय समाज पक्ष, शेतकारी संगठन और RPI आठवले शामिल हो रहे हैं.
4. गोवा से गोवा फॉरवर्ड ब्लॉक, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी
5. आंध्रप्रदेश से तेलुगुदेशम पार्टी, तमिलनाडु से IJK, IMMK और IMKAMK बैठक में हिस्सा लेंगे.
6. केरल से केरल जनाधिपत्य पार्टी, केरल कांग्रेस(थॉमस) और भारतीय धर्मजनसेना
7. उत्तर प्रदेश से अपना दल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी
8. बिहार से जीतनराम मांझी की हम,राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, लोकजनशक्ति पार्टी को न्योता भेजा गया है.
9. झारखण्ड से आल झारखण्ड स्टूडेंट यूनियन
10. पश्चिम बंगाल से गोरखा जनमुक्ति मोर्चा और
11. असम से असम गण परिषद और गण शक्ति पार्टी इस बैठक में शामिल होंगे.
11. सिक्किम, मेघालय,मिजोरम,मणिपुर और नागालैंड सहित 17 राज्यों से बीजेपी सहित 32 पार्टियां हिस्सा लेगी.
इस बैठक का उद्देश्य एनडीए का विस्तार और उसे मजबूती देना है. इसके साथ ही 2019 में होने वाले आम चुनाव को लेकर दलों को संदेश देना है. बैठक में जुलाई महीने में होने वाले राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर भी चर्चा होगी.
आपको बता दें कि नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस यानी एनडीए का गठन 1998 में किया गया था. इस वक्त एनडीए में 17 राज्यों से कुल 32 दल शामिल हैं. एनडीए के सिर्फ 16 दल ऐसे हैं जिनका कोई सांसद लोकसभा या राज्यसभा में है. लोकसभा में एनडीए के पास 339 और राज्यसभा में 74 सांसद हैं.