नई दिल्ली: साइक्लोन निसर्ग को लेकर एनडीआरएफ के बड़े अधिकारी लगातार अपडेट ले रहे हैं. एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान की मानें तो सभी जरूरी कदम उठाए जा चुके हैं, लेकिन किसी भी साइक्लोन को कमजोर नहीं समझना चाहिए.
उन्होंने कहा कि मौसम विभाग द्वारा जो पूर्वानुमान लगाया गया था उसी के अनुरूप हालात डेवलप हो रहे हैं. अभी-अभी सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी से जो वीडियो और विजुअल से मिले हैं वो इंगित कर रहे हैं कि करीब 80 किलोमीटर प्रति घंटे की हवा पकड़ चुकी है, साइक्लोन रायगढ़ की तरफ बढ़ रहा है, रायगढ़ के ऊपर आ चुका है, 2 बजे से 4:30 के बीच में अंदर आएगा. उस समय उसकी हवा की रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी.
जान माल के नुकसान की संभावना कम
एस एन प्रधान ने कहा, "हम अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों को इवेक्युएट कर चुके हैं. जो बचाव के कार्य किए जाने थे वह हमनें पूरे कर लिए हैं.जान माल के नुकसान की संभावना कम है." उन्होंने कहा ये साइक्लोन बंगाल की खाड़ी में आये साइक्लोन एम्फान के मुकाबले थोड़ा कमतर है, क्योंकि वो सुपर साइक्लोन था, लेकिन इसे कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए और साइक्लोन को हमेशा गम्भीरता से लेना चाहिए."
उठाए जा रहे हैं जरूरी कदम
मुंबई स्थित परमाणु केंद्र में पानी भरने और नुकसान की संभावना पर उन्होंने कहा कि इसको लेकर वहां के अधिकारियों से बात की गई है, बचाव के सभी जरुरी कदम उठाए गए हैं. कैबिनेट सेक्रेटरी की बैठक में भी सेक्रेटरी एटॉमिक एनर्जी भी मौजूद थे, लेकिन अभी भी हम इसे लेकर गंभीर हैं.
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