दिल्ली के एक निजी अस्पताल में ऐसे 113 स्वास्थ्य कर्मियों पर एक अध्ययन किया गया जिन्होंने कोविड-19 रोधी टीके की कम से कम एक खुराक ली थी. बताया जा रहा है कि इन में से 18 जांच में संक्रमित पाये गए लेकिन एक को छोड़कर बाकी सभी में हल्के लक्षण थे.


यह अध्ययन, तीन मई को पत्रिका ‘डायबिटीज एंड मेटाबोलिक सिंड्रोम: क्लीनिकल रिसर्च एंड रिव्यूज़’ में प्रकाशित हुआ था. यह अध्ययन दिल्ली में ‘फोर्टिस सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस फ़ॉर डायबिटीज़, मेटाबोलिक डिज़ीज़ एंड एंडोक्रिनोलॉजी’ के कर्मियों पर किया गया.


फोर्टिस, नेशनल डायबिटीज, ओबेसिटी एंड कोलेस्ट्रोल फाउंडेशन और नयी दिल्ली स्थित डायबिटीज फाउंडेशन (इंडिया) के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए इस अध्ययन में डॉक्टरों, पोषण विशेषज्ञ, नर्स, पैरामेडिकल कर्मियों और रखरखाव कर्मियों को शामिल किया गया.


अध्ययन में शामिल 113 में से 107 को टीके की दूसरी खुराक मिली थ


यदि इसे प्रतिशत के रूप में देखा जाए तो अध्ययन में पाया गया कि टीका ले चुके व्यक्तियों में से 15.9 प्रतिशत (18 व्यक्तियों) में संक्रमण हुआ और 95 प्रतिशत में हल्के लक्षण थे. अध्ययनकर्ताओं के अनुसार एक व्यक्ति को छोड़कर बाकी किसी को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी.


दिल्ली में कोरोना से 17 हजार से अधिक लोगों ने गवांई जान


बता दें, दिल्ली में कोरोना का कहर बरकार है. देश की राजधानी दिल्ली में बीते दिन 19 हजार 953 नए मामले दर्ज हुए हैं तो वहीं, 338 मरीजों ने महामारी की चपेट में आकर अपनी जान गवां दी है. आपको बता दें, दिल्ली में कोरोना का कुल आंकड़ा 12 लाख 49 हजार 292 हो गया है. वहीं, 17 हजार 752 मरीजों की जान जा चुकी है. दिल्ली में कोरोना के इस कहर को देखते हुए अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन की घोषणा की हुई है. पिछले 2 हफ्ते से दिल्ली में लॉकडाउन लगा हुआ है. वहीं, इस वक्त लॉकडाउन का तीसरा हफ्ता चल रहा है. 


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