नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस के रोगियों के लिये शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में लगभग 78 प्रतिशत बिस्तर खाली हैं. दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,227 नए मामले सामने आने के बाद शहर में संक्रमितों की कुल संख्या 1,26,323 हो गई है.


राज्य के स्वास्थ्य विभाग की बुलेटिन के अनुसार दिल्ली के अस्पतालों में कोविड-19 के रोगियों के लिये कुल 15,475 बिस्तर हैं, जिनमें से केवल 3,342 पर ही रोगी हैं. इससे संकेत मिलता है कि लगभग 78.40 प्रतिशत बिस्तर खाली हैं.


अब हर महीने सीरो सर्वे कराएगी दिल्ली सरकार


दिल्ली में किए गए पहले सीरोलॉजिकल सर्वे से ये पता चला है कि 23.48% दिल्ली वाले अब तक कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं. NCDC (नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल) और दिल्ली सरकार द्वारा कराए गए इस सर्वे में 23.48 फीसदी लोगों में कोविड के खिलाफ एंटीबॉडी पाया गया है. 27 जून से 10 जुलाई तक चले सीरो सर्वे में कुल 21387 सैंपल लिए गए थे. अब दिल्ली सरकार ने हर महीने दिल्ली में सीरोलॉजिकल सर्वे कराने का फैसला लिया है.


दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने एक प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया, "दिल्ली में पिछले महीने सीरोलॉजिकल सर्वे किया गया था, जिसमें ब्लड का सैंपल लिया गया था और देखा गया था कि शरीर के अंदर एंटीबॉडी बनी है या नहीं. इसका मतलब है कि कोरोना हुआ था और आप ठीक हो गए. उस सर्वे का कल रिजल्ट आया है. NCDC और दिल्ली सरकार ने मिलकर यह सर्वे किया था. इसमें लगभग 24% लोग यानी दिल्ली की पूरी आबादी के करीब एक चौथाई हिस्से में एंटीबॉडी पाई गई है. यानी दिल्ली की एक चौथाई आबादी में इंफेक्शन हो चुका है और वे ठीक हो चुके हैं. इनमें से ज्यादातर लोगों को नहीं पता था कि उनको इंफेक्शन हुआ है. यह सर्वे 27 जून से लेकर 5 जुलाई तक किया गया था इस दौरान इसके सैंपल के लिए गए थे. एंटीबॉडी लगभग 15 दिन के बाद बनती है. तो मान सकते हैं कि यह 15 जून से 20 जून तक का स्टेटस है."


जैन ने कहा कि अब सरकार ने यह निर्णय लिया है कि हर महीने हम सीरोलॉजिकल सर्वे कराएंगे ताकि पता रहे कि कितने प्रतिशत लोगों को इंफेक्शन हो चुका है. 1 अगस्त से 5 अगस्त तक दोबारा से इसके संपर्क लिए जाएंगे और सर्वे किया जाएगा.