रनिंग के लिए जो उसेन बोल्ट हैं, मैथ के लिए वही नीलकंठ भानु प्रकाश हैं. अगर आप ऐसा कहते हैं तो यह किसी भी तरह से अतिश्योक्ति नहीं होगी. 20 साल की उम्र में उन्होंने मेंटल कैलकुलेशन वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता है.


नीलकंठ भानु प्रकाश कहते हैं कि गणित एक "बड़ा मानसिक खेल" है और उनका मिशन "गणित के भय को मिटाना" है. हैदराबाद के नीलकंठ भानु प्रकाश ने 15 अगस्त को माइंड स्पोर्ट्स ओलंपिक (MSO), लंदन 2020 में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता. भानु अब दुनिया में सबसे तेज़ मानव कैलकुलेटर हैं.


नीलकंठ का दावा है कि "यह पहली बार है जब भारत ने इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता." उन्होंने दावा किया कि वो विश्व में सबसे तेज मानव कैलकुलेटर होने के लिए चार वर्ल्ड रिकॉर्ड रखते हैं.


प्रतियोगिता 15 अगस्त को आयोजित हुई थी


एमएसओ 1997 से लंदन में हर साल आयोजित होने वाले मेंटल स्किल और माइंड स्पोर्ट्स के लिए सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता है. मेंटल कैलकुलेशन वर्ल्ड चैंपियनशिप 2020 हमारे स्वतंत्रता दिवस- 15 अगस्त 2020 को एमएसओ द्वारा आयोजित की गई थी और पूरा इवेंट लाइव स्ट्रीम था.


नीलकंठ भानु 65 अंकों के स्पष्ट अंतर से जीते


प्रतियोगिता में 13 देशों के 29 प्रतियोगियों ने जिनकी उम्र 57 वर्ष तक थी, ने भाग लिया. प्रतियोगिता में उच्च स्तर की क्षमता प्रदर्शित की गई. लेकिन कई राउंड के बाद फाइनल में नीलकंठ भानु 65 अंकों के स्पष्ट अंतर से जीते.


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