फिल्म अभिनेत्री नीना गुप्ता जितना अपने अभिनय को लेकर जानी जाती हैं उतना ही अपने बेबाक अंदाज को लेकर भी उनकी पहचान है. अब एक बार फिर उनका यही अंदाज जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में देखने को मिली है. उन्होंने सिंगल मदर बनने से लेकर बॉलीवुड में कास्टिंग काउच तक पर खुलकर अपनी बात रखी.


नीना गुप्ता ने कास्टिंग काउच के बारे में बोलते हुए कहा कि एक बार वो भी इसकी शिकार होते-होते बची थीं. उन्होंने बताया कि एक डायरेक्टर ने उन्हें होटल में काम पर बात करने के लिए बुलाया था. वो होटल में डायरेक्टर के रूम तक गई लेकिन उनके इरादों को भांप गई. उन्होंने डायरेक्टर के साथ कॉमप्रोमाइज करने से मना कर दिया.''


आगे उन्होंने कहा,'' कास्टिंग काउच हर क्षेत्र में है। अमूमन कई नामी प्रतिष्ठानों में कार्य करने वाली युवतियों को जॉब और प्रमोशन के नाम पर ऑफर दिए जाते हैं.'' नीना ने कहा,'''मी टू' अभियान के बाद कुछ हद तक कास्टिंग काउच कम हुआ है लेकिन खत्म नहीं हुआ है.''


सिंगल मदर बनने पर मीना गुप्ता ने कहा कि ये कोई ब्रेवरी नहीं है. जवानी का जोश था. नीना गुप्ता ने कहा कि एक सिंगल मदर होने की वजह से उन्हें काफी कुछ झेलना पड़ा.


15 अलग-अलग भाषाओं के साहित्य पर चर्चा 


जेएलएफ का आयोजन इस साल नए स्थान पर किया जा रहा है. बता दें कि जेएलएफ के पांच दिवसीय ऑनग्राउंड कार्यक्रम में दुनिया की 15 अलग-अलग भाषाओं के साहित्य पर चर्चा होगी. साहित्य के विभिन्न पहलुओं के साथ-साथ यूक्रेन-रूस विवाद, जलवायु परिवर्तन, नई विश्व व्यवस्था, कल्पना की कला, कविता, यात्रा, विज्ञान, इतिहास जैसे विषयों पर जेएलएफ में चर्चा की जा रही है. इस बार 400 वक्ता भाग ले रहे हैं, महोत्सव में कई ऐसे सत्र होंगे, जहां राजस्थान की कई भाषाओं और बोलियों पर चर्चा की जाएगी.