केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने को कहा कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET), 2024 के आयोजन में अनियमितताओं में यदि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) के अधिकारी शामिल पाए गए तो सरकार उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.


धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार (16 जून, 2024) को ओडिशा के संबलपुर की अपनी यात्रा के दौरान यह बयान दिया. उन्होंने कहा कि नीट के आयोजन में दो प्रकार की गड़बड़ियां सामने आई हैं.


केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार कुछ छात्रों को कृपांक (ग्रेस मार्क) दिए गए थे क्योंकि वे निर्दिष्ट अवधि से कम समय दिए जाने से असंतुष्ट थे.


उन्होंने कहा कि सरकार ने कृपांक वापस ले लिए हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार 1,563 अभ्यर्थियों को पुन: परीक्षा का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा, 'दो स्थानों पर और भी अनियमितताएं सामने आई हैं. मैं छात्रों और अभिभावकों दोनों को विश्वास दिलाता हूं कि सरकार ने इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से लिया है. हम इसे तार्किक परिणति तक ले जाएंगे.'


धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एनटीए के वरिष्ठ पदाधिकारियों समेत कोई भी अधिकारी यदि दोषी पाया जाता है तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने एनटीए में सुधारों की भी वकालत की.


उन्होंने कहा, 'हालांकि एनटीए एक स्वायत्त इकाई है, लेकिन इसके कामकाज में बहुत से सुधारों की जरूरत है. सरकार इसे लेकर चिंतित है. मैं पुन: विश्वास दिलाना चाहता हूं कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.'


लोकसभा चुनाव 2024 के 4 जून को नतीजे आए और उसी जिन एनटीए ने परीक्षा 2024 का रिजल्ट जारी किया. इसमें 67 स्टूडेंट ने 720 में से 720 अंक प्राप्त करके टॉप किया. इसके बाद सोशल मीडिया पर #neetfraud ट्रेंड करने लगा.  अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. बिहार और गुजरात से पेपर लीक की खबरें भी आई हैं.


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