NEET-UG Paper Leak: नीट पेपर लीक केस में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है. सीबीआई की टीम ने मंगलवार (16 जुलाई) को मामले से जुड़े दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों को बिहार की राजधानी पटना और हज़ारीबाग़ से गिरफ्तार किया गया है. वहीं, पेपर चुराने वाले पंकज कुमार को पटना से गिरफ्तार किया गया है, जबकि राजू सिंह को जमशेदपुर से पकड़ा गया है.


सीबीआई के मुताबिक, पटना से गिरफ्तार पंकज सिंह ने ट्रंक से पेपर चोरी किए थे, जिन्हें बाद में लीक किया था. इसके अलावा आदित्य उर्फ ​​कुमार ने 2017 में एनआईटी जमशेदपुर से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. उन्होंने बताया कि राजू ने कथित तौर पर पंकज सिंह की चोरी करने में मदद की थीं.


लीक की शुरुआत हजारीबाग से हुई- CBI


दरअसल, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पहले नीट-यूजी पेपर लीक के मूल स्थान के रूप में हजारीबाग पर ध्यान केंद्रित किया था. सीबीआई जांच में कहा था कि यह पेपर हजारी बाग के ओएसिस स्कूल से लीक हुआ था. साथ ही, वहां पहुंचे दो सेट पेपर की सील टूटी हुई थी और इस मुद्दे को उठाने के बजाय स्कूल के कर्मचारी चुप रहे. बता दें कि, एसबीआई हजारीबाग से कई केंद्रों पर प्रश्नपत्रों के 9 सेट भेजे गए थे. जबकि, ओएसिस स्कूल केंद्र पर जो प्रश्नपत्र पहुंचे, उनकी सील टूटी हुई थी. वहां के कर्मचारियों ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी, जिसमें उनकी भूमिका भी थी.


CBI ने अब तक 1 दर्जन से ज्यादा लोगों को किया गिरफ्तार


बता दें कि, इस महीने की शुरुआत में सीबीआई ने मुख्य आरोपी राकेश रंजन उर्फ ​​रॉकी को बिहार के नालंदा से गिरफ्तार किया था, माना जा रहा है कि राकेश रंजन नीट पेपर लीक मामले में मुख्य भूमिका में है. सीबीआई ने जाल बिछाया और रंजन को गिरफ्तार करने के लिए पटना और कोलकाता में 4 जगहों पर छापेमारी की. हालांकि, सीबीआई ने अब तक 1 दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है, ताकि उस साजिश का पर्दाफाश किया जा सके, जिसने बड़े पैमाने पर राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया था.


 


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