NEET Paper Leaked Latest News: नीट (NEET) पेपर लीक को लेकर सियासी संग्राम रुकने का नाम नहीं ले रहा है. लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी इसे लेकर खूब हंगामा हो रहा है. शुक्रवार को राज्यसभा में इसे लेकर विपक्ष और सत्तापक्ष के सांसदों के बीच काफी बहस हुई.
इस बहस के बीच में बीजेपी की गठबंधन सहयोगी जनता दल सेक्युलर (JDS) के सांसद और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने भी पेपर लीक का मुद्दा उठाया और इसे लेकर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि नीट पेपर लीक का मुद्दा चिंताजनक है. इससे लाखों छात्र प्रभावित हुए हैं. ऐसे में हमें सामूहिक जिम्मेदारी लेनी होगी.
देवगौड़ा ने हाथ जोड़कर किया आग्रह
सदन की कार्रवाई के दौरान बीजेपी राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी को बीच में रोककर सभापति ने दैवगौड़ा को बोलने की अनुमति दी. इसके बाद देवेगौड़ा ने कहा कि पेपर लीक होना चिंताजनक है, लेकिन विपक्ष का हंगामा ठीक नहीं है. इस धांधली की जांच की जा रही है. कई आरोपियों की गिरफ्तारियां भी हुई हैं. सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है. सरकार का फैसला सही है. जब जांच हो रही है तो इस तरह का हंगामा क्यों. यहां बहुत सारे सीनीयर लीडर हैं, लेकिन ये क्यों हो रहा है. विपक्ष समझदारी दिखाए. सीबीआई जांच के बीच हंगामे की जरूरत नहीं है. उन्होंने सभी सदस्यों से हाथ जोड़कर आग्रह किया कि सदन को चलने दिया जाए.
'नेहरू और मोदी की तुलना नहीं हो सकती'
वहीं, देवगौड़ा के बाद सुधांशु त्रिवेदी ने इस मामले में विपक्षी दलों पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि फेल होने वाले थर्ड डिविजन आने पर खुश हैं. विपक्ष का ध्यान सवाल पर नहीं, बवाल पर है. हमने स्पष्ट बहुमत से सरकार बनाई. 99 सीट पाकर कांग्रेस उसे ही मंजिल समझ बैठी है. नेहरू और मोदी की तुलना नहीं हो सकती है. मोदी सर्वसम्मति से पीएम बने और नेहरू को उस समय शून्य वोट मिले थे. कांग्रेस में सर्वसम्मति के बिना नेहरू जी पीएम बने थे.
बाबा साहेब को भारत रत्न न देने पर कांग्रेस को घेरा
सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा, आज खरगे जी की स्थिति उस समय के नेहरू जी से बेहतर है कि कम से कम उनको कांग्रेस के अंदर सबने चुना है. नेहरू जी ने खुद की ही सरकार में खुद को भारत रत्न दिलवा लिया था. नेहरू जी की तुलना में मोदी जी अतुल्नीय पीएम हैं. इन लोगों ने बाबा साहेब को भारतरत्न का अवॉर्ड नहीं दिया. नेहरू जी जवाहरात के लाल थे और मोदी जी गुदड़ी के लाल हैं. मोदी जी को कई देशों का सर्वोच्च पुरस्कार मिला है. सरकार की प्राथमिकता देश का विकास है.
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