NEET-UG Paper Leaked Case Latest News: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शनिवार को NEET-UG पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड और 2 एमबीबीएस स्टूडेंट्स को अरेस्ट किया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एमबीबीएस के दोनों छात्र सॉल्वर के रूप में काम करते थे. इन दोनों की पहचान कुमार मंगलम बिश्नोई और दीपेंद्र कुमार के रूप में हुई है और दोनों ही भरतपुर मेडिकल कॉलेज के छात्र हैं.


अधिकारियों ने बताया कि तकनीकी निगरानी ने नीट-यूजी परीक्षा के दिन हजारीबाग में सेकेंड ईयर के एमबीबीएस छात्र मंगलम बिश्नोई और फर्स्ट ईयर के मेडिकल छात्र दीपेंद्र कुमार शर्मा की मौजूदगी की पुष्टि की है. अफसरों का कहना है कि ये दोनों कथित तौर पर पंकज कुमार नामक इंजीनियर की ओर से चुराए गए पेपर के लिए सॉल्वर के रूप में काम कर रहे थे, जिसे पहले गिरफ्तार किया जा चुका है.


NIT जमशेदपुर तक जुड़े हैं तार


नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी जमशेदपुर (झारखंड) के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर पंकज कुमार उर्फ ​​आदित्य ने कथित तौर पर हजारीबाग में एनटीए ट्रंक से नीट-यूजी पेपर चुराया था. एनआईटी, जमशेदपुर से बी.टेक (इलेक्ट्रिकल) पासआउट शशिकांत पासवान उर्फ ​​शशि उर्फ ​​पासु इस खेल में कुमार और रॉकी के साथ मिलकर काम कर रहा था, जिन्हें पहले ही गिरफ्तार किया गया था.


19 जुलाई को भी अरेस्ट हुई थी मेडिकल की एक और छात्रा


इससे पहले शुक्रवार (19 जुलाई 2024) को सीबीआई ने रांची के राजेंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) की एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की छात्रा सुरभि कुमारी को कथित तौर पर सॉल्वर मॉड्यूल का हिस्सा होने के आरोप में गिरफ्तार किया था. अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई की ओर से दो दिनों की विस्तृत पूछताछ के बाद कुमारी को हिरासत में लिया गया था.


सुप्रीम कोर्ट कई याचिकाओं पर कर रहा सुनवाई 


बता दें कि सुप्रीम कोर्ट पेपर लीक सहित मेडिकल प्रवेश परीक्षा के संचालन में कथित अनियमितताओं को लेकर कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है. NEET-UG का आयोजन NTA  की ओर से  सरकारी और निजी संस्थानों में MBBS, BDS, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए किया जाता है. इस साल यह परीक्षा 5 मई को 571 शहरों में 4,750 एग्जाम सेंटरों पर आयोजित की गई थी, जिसमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे. इस परीक्षा में 23 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे.


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