Neet Paper Leak Case: नीट यूजी पेपर लीक के आरोपों के बीच देशभर में कई अभ्यार्थियों के रिजल्ट रोके गए हैं. सूत्रों से हवाले से बताया गया है कि शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एनटीए की ओर से पूरे देश में 67 स्टूडेंट का रिजल्ट रोका गया है. पटना में कुल 70 एग्जाम सेंटर बनाए गए थे, जिसमें से 17 अभ्यार्थियों की परीक्षा में गड़बड़ी पाई गई और उनके रिजल्ट पर रोक लगा दी गई है. 


'अभ्यार्थियों की मांगें मानी गई'


सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "अभ्यार्थियों की जो भी मांगें थी, उसे माना गया है. एनटीए पर कार्रवाई की मांग थी, वो हो गई. एनटीए के डीजी बदल दिए गए हैं. छात्रों के मन में आ गया था कि NTA की व्यवस्था में गड़बड़ी है, जिसे सरकार ने समझा और हमने उसे ठीक किया. ग्रेस मार्क की व्यवस्था का कोई प्रावधान ही नहीं था, लेकिन एनटीए ने किया." सूत्रों के अनुसार सरकार की ओर से इसी को गड़बड़ी का कारण माना जा रहा है और इसी के आधार पर एनटीए के डीजी को बदला गया.


'एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिशें की जाएगी लागू'


सूत्रों के अनुसार शिक्षा मंत्री ने कहा, "एनटीए की ओर से आयोजित की जाने वाली सभी परीक्षाओं से पहले एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिशों को लागू कर दिया जाएगा. एनटीए के रिफॉर्म को लेकर बनाई गई कमेटी 22 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट दे देगी. कमेटी की ओर से जो भी सिफारिशे होंगी, उसे अगली परीक्षा से पहले NTA लागू करेगी."


शित्रा मंत्रालय ने नीट यूजी मामले में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए कई शहरों में प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग मानते हुए शनिवार (22 जून) को सीबीआई को जांच सौंप दी थी. इसके बाद सीबीआई ने रविवार (23 जून) धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया.


 नीट-यूजी एग्जाम पांच मई को देशभर में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें करीब 24 लाख अभ्यार्थी शामिल हुए थे. इस परीक्षा के नतीजे 14 जून को घोषित होने वाले थे, लेकिन चार जून को घोषित कर दिए गए थे.


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