राजस्थान: पाक मूल की नीता कंवर बनी सरपंच, सिर्फ पांच महीने पहले ही मिली भारतीय नागरिकता
शुक्रवार को राजस्थान में पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए 2726 ग्राम पंचायतों पर वोटिंग हुई. पहले चरण में 17,000 प्रत्याशी चुनावी मैदान में रहे. इस चुनाव में सभी का ध्यान पाकिस्तान की मूल निवासी नीता कंवर थीं जिन्होंने 400 वोट से जीत हासिल की.
नई दिल्ली: राजस्थान पंचायत चुनाव में शुक्रवार को इतिहास रचा गया. प्रदेश में पहली बार पाकिस्तान मूल की रहने वाली महिला सरपंच बनी है. पंचायत चुनाव के पहले चरण में टोंक के नटवाड़ा से पाकिस्तान के सिंध से भारत लौटीं नीता कंवर ने सरपंच का चुनाव जीता है.
शुक्रवार को पहले चरण के लिए राजस्थान की 2726 ग्राम पंचायतों पर वोटिंग हुई. 17,000 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे, लेकिन सभी की निगाहें पाकिस्तान की मूल निवासी नीता कंवर पर टिकी थीं. नीता ने टोंक जिले की नटवाड़ा ग्राम पंचायत से उम्मीदवार थीं. उन्होंने यहां से अपनी प्रतिद्वंदी सोना देवी को मात्र 400 वोट से मात दी.
नीता पाकिस्तान के सिंध प्रांत की निवासी थीं और पांच महीने पहले ही उन्हें भारत की नागरिकता मिली. जीत दर्ज करने के बाद नीता ने कहा, "मैं सभी ग्रामीणों का धन्यवाद देना चाहती हूं जिन्होंने मुझे सपोर्ट करके मुझे जीत दिलाई, साथ ही मैं अपने ससुर का भी धन्यवाद देना चाहती हूं जिन्होंने इस चुनाव में मेरा बहुत साथ दिया."
नीता ने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई पाकिस्तान के सिंध में पूरी की. उसके बाद वह अपनी बहन और मां के साथ भारत लौट आईं, लेकिन उनके पिता और भाई अभी भी पाकिस्तान में रहते हैं. उन्होंने अजमेर के सोफिया कॉलेज से बीए की पढ़ाई पूरी की. नीता 18 साल बाद पाकिस्तान से लौटी थी. 2011 में उनकी शादी पून्य प्रताप करन के साथ हुई. नीता का कहना है कि उनको आठ साल के लंबे इंतजार के बाद भारतीय नागरिकता मिली थी.
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