धारचूला: चीन के कहने पर नेपाल भारत को आंख दिखा रहा है. एबीपी न्यूज़ को जानकारी मिली थी कि भारत-नेपाल बॉर्डर पर नेपाल की तरफ सड़क बनाने का काम चल रहा है. इतना ही नहीं ये भी पता चला था कि नेपाल ने वहां पर अपना कैम्प भी बनाया है और हेलीपैड भी बना लिया है.
इसी जानकारी की पड़ताल के लिए एबीपी न्यूज़ की टीम निकल पड़ी उस सड़क पर जो चीन की सीमा तक जाती है और जिस सड़क की वजह से चीन को दर्द हो रहा है. इस सड़क के लिए ही वो नेपाल को भारत के खिलाफ भड़का रहा है.
धारचूला से लिपूलेख जाने वाला वो रास्ता जिसमें मालपा के सामने नेपाल ने अपना बेस तैयार किया है. हेलीपैड बनाया है. ये रास्ता बेहद खतरनाक और मुश्किल भरा था. लेकिन सारी मुश्किलों को पार कर एबीपी न्यूज़ वहां पहुंचा. धारचूला से लिपूलेख के रास्ते में उस जगह पर टीम पहुंची जहां नेपाल ने अपना हेलीपैड बनाया है और अपने कुछ टेंट भी लगाए हैं.
मालपा पहुंचने पर एबीपी न्यूज़ पाया कि हमें जो जानकारी मिली थी वो बिल्कुल सही थी. मालपा से नेपाल का हेलीपैड और कैम्प साफ नज़र आ रहा था. इतना ही नहीं नेपाल के जवान सड़क बनाते हुए नज़र भी आ रहे थे.
मालपा के रहने वाले हया सिंह बिष्ट ने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है कि जब नेपाल ने ऐसा कदम उठाया है. इससे पहले इस इलाके में नेपाल की कोई हलचल नहीं देखी गई. तकरीबन रोज़ ही नेपाल का चॉपर यहां आता है. कभी चॉपर जवानों को छोड़ने के लिए तो कभी किसी को समान को देने के लिए आता है.
सबसे बड़ी बात ये है कि यहां नेपाल का कोई रिहाइशी इलाका नहीं है फिर भी वो सड़क बनाने का काम कर रहा है. इससे साफ़ है कि नेपाल चीन के जाल में फंस कर भारत को आंख दिखाने के लिए ये सब कर रहा है.
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