महाराष्ट्र (Maharashtra) के ठाणे (Thane) के रहने वाले अशोक कुमार त्रिपाठी और उनकी अलग रह रहीं पत्नी वैभवी के मिलन का नेपाल में हुई विमान दुर्घटना (Nepal Plane Crash) के साथ ही दर्दनाक अंत हो गया, जिसमें दंपत्ति और उनके दो बच्चों की भी मौत हो गई.


कोर्ट के आदेश के बाद रह रहे थे अलग-अलग


ठाणे के कपूरवाड़ी थाने के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि ओडिशा में एक कंपनी चलाने वाले अशोक त्रिपाठी (54) और ठाणे के पड़ोसी शहर मुंबई में बीकेसी में स्थित एक कंपनी में काम करने वाली वैभवी बांडेकर त्रिपाठी (51) अदालत के आदेश के बाद अलग-अलग रहने लगे थे. वैभवी, उनका बेटा धनुष (22), और बेटी रितिका (15) ठाणे शहर के बालकम इलाके में रुस्तमजी अतीना अपार्टमेंट में रहते थे.


अधिकारी ने कहा कि वैभवी की 80 साल की मां यहां परिवार के घर में बची एकमात्र सदस्य हैं. उनकी तबीयत ठीक नहीं है और उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है, लिहाजा उनके रिश्तेदारों और पड़ोसियों ने उन्हें विमान दुर्घटना के बारे में कुछ भी नहीं बताया है. पुलिस ने कहा कि बुजुर्ग महिला की छोटी बेटी फिलहाल उनका ध्यान रख रही हैं.


कल विमान में सवार हुआ था पूरा परिवार


अशोक त्रिपाठी, वैभवी और उनके दो बच्चे रविवार को तारा एयरलाइंस के विमान में सवार हुए थे, जिसका मलबा सोमवार को नेपाल के पहाड़ी जिले मुस्तांग में मिला है. विमान में चार भारतीय, दो जर्मन, 13 नेपाली नागरिक और चालक दल के तीन सदस्य सवार थे. तारा एयरलाइंस के प्रवक्ता के अनुसार रविवार को सुबह पर्यटन शहर पोखरा से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद विमान हिमालयी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.



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