पटना: भारत-नेपाल सीमा पर बिहार से सटे चार इलाकों में बाढ़ रोकने की तैयारी को लेकर नेपाल ने झटका दिया है. जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने बताया कि नेपाल चार जगहों पर नदियों और बांध पर काम करने से रोक रहा है. सुपौल से सटे कोसी नदी पर नेपाल इलाके में काम करने में अड़ंगा लगा रहा है, जिससे काम शुरू करने में देर हो रही है.


बरसात से पहले कटाव निरोधी काम चलता है जिसमें 22 जगहों में से 14 पर काम हुआ लेकिन अभी भी आठ जगहों पर काम चल रहा है. 5 से 7 दिन में काम पूरा हो जाएगा. दूसरी जगह मधुबनी के जयनगर में मुद्दा बना हुआ है. यहां पर कटाव नोरोधक का काम ठीक से नहीं हुआ. इसलिए फ्लड फाइटिंग का काम करना होगा. यहां पर नो मेन्स लैंड पर मुश्किल हो रहा है.


मोतिहारी में लाल बकिया नदी के बांध पर नेपाल इलाके में साढ़े तीन किलोमीटर है जिसमें तीन किलोमीटर तक काम हुआ लेकिन 500 मीटर नहीं हो पाया बल्कि फ्लड फाइटिंग करेंगे. बेतिया में गंडक के अप स्ट्रीम में चार काम होना था. जिसमें नेपाल में दो काम नहीं करने नहीं दिया. गंडक बाल्मीकिनगर में कोई दिक्कत नहीं. बाल्मीकिनगर बराज पर नेपाल साइड में 18 गेट का इंस्पेक्शन करना पड़ता है. नेपाल से अनुमति ले ली गई है लेकिन दिक्कत हो रही है.


विदेश मंत्री से की गई हस्तक्षेप की मांग
बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा है कि नेपाल से बहने वाली नदियों पर बांध के मरम्मत करने में हो रही परेशानी से बिहार में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. अगर इस समस्या का सामाधान जल्द नहीं निकाला गया तो खतरा बढ़ जाएगा. उन्होंने इस मामले में विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की है.


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