नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भतीजी और जानी मानी शिक्षाविद चित्रा घोष का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 90 वर्ष की थीं. घोष के परिवार के सदस्य ने यह जानकारी दी.  घोष के भतीजे और भाजपा नेता चंद्र कुमार बोस ने कहा कि नेताजी के भाई शरत चंद्र बोस की छोटी बेटी का बृहस्पतिवार सुबह साढ़े 10 बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया.  बोस ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘घोष ने अपना जीवन लोगों को पढ़ाने और युवाओं को प्रेरित करने में समर्पित कर दिया.’’


पीएम मोदी ने जताया शोक


 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर घोष के निधन पर शोक जताया है. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘प्रोफेसर चित्रा घोष ने शैक्षणिक और सामुदायिक सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उनसे मुलाकात के वो क्षण याद आ गए जब नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों और अन्य कई मुद्दों पर हमने चर्चा की थी. उनके निधन से दुखी हूं.परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं.’’






केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी शोक जाहिर किया


केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी ट्वीट कर चित्रा घोष के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि, ‘घोष के निधन से एक युग का अंत हो गया है. दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि. महिलाओं की शिक्षा के लिए और दूसरों के बीच उत्थान के लिए उनके काम से राष्ट्र को प्रेरणा मिलती रहेगी.’





राजनीति विज्ञान विभाग की पूर्व प्रमुख रह चुकी थीं घोष


बता दें कि चित्रा घोष कोलकाता में लेडी ब्रेबॉर्न कॉलेज में राजनीति विज्ञान विभाग की पूर्व प्रमुख रह चुकी थीं. घोष का अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार दोपहर को किया गया.




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