New CBRN Team: देश में केमिकल बायोलॉजिकल रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर हमलों से लड़ने के लिए एक नई फोर्स तैयार की गई है. अभी तक देश में दंगे, विरोध-प्रदर्शन और उपद्रवी भीड़ से निपटने वाली रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) ने अपनी एक नई सीबीआरएन टीम तैयार कर ली है. इस टीम को पहली बार आरएएफ के 29वें स्थापना दिवस के मौके पर दुनिया के सामने लाया गया है.


उत्तर प्रदेश के मेरठ में आरएएफ के स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीबीआरएन यानी केमिकल बायोलॉजिकल रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर टीम को सामने लाया गया. इस दौरान गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय भी मौजूद थे. आरएएफ की हर 15 बटालियन में 60-60 जवानों की कम से कम दो टीम बनाने का प्लान तैयार किया गया है, जो मानवीय या फिर प्राकृतिक आपदा के समय में लडने के लिए तैयार रहेंगी. अब तक 13 ऐसी टीमें तैयार हो चुकी हैं. आरएएफ के स्थापना दिवस के मौके पर पहली बार इन सीबीआरएन टीम ने मार्च-पास्ट में भी हिस्सा लिया.


बता दें कि प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिसबलों में ऐसी सीबीआरएन टीम तैयार करने का आह्वान किया था. उसके बाद जून 2020 में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (एनडीएमए) की मीटिंग के बाद गृह मंत्रालय ने इस बाबत सभी अर्द्धसैनिक बल और राज्य की पुलिसबलों को ऐसी टीम गठित करने का आदेश जारी किया गया था. इस आदेश के बाद ही सीआरपीएफ ने अपनी सभी 15 आरएएफ बटालियन में कम से कम दो ऐसी सीबीआरएन टीम को तैयार करने का बीड़ा उठाया है.


आरएएफ की जो 13 सीबीआरएन टीमें अभी तक खड़ी की गई हैं, उनको एनडीआरएफ और काउंटर टेरेरिज्म सेंटर (सीटीसी) कोयम्बटूर में ट्रेनिंग दी गई है. बता दें कि अभी तक थलसेना और एनडीआरएफ के पास ही ऐसे खतरनाक केमिकल बायोलॉजिकल रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर हमलों से लड़ने की महारत हासिल थी.


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