‘बहुत भीड़ है, मैं घर लौट रही हूं’, भगदड़ में मौत से पहले पूनम ने पति को किया था कॉल
NDLS Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में 18 लोगों की जान चली गई. हादसे में मरने वालों के परिवार वाले उनके शव को लेने आए तो कई कहानियां निकलकर सामने आई.

NDLS Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार (15 फरवरी, 2025) की रात को भीषण हादसा हुआ, जिसके बाद 18 जिंदगियां मौत के आगोश में समा गईं. मृतकों के परिवार वाले शव लेने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. इस दौरान कई लोगों ने अपनी कहानी सुनाई. इस हादसे में पूनम नाम की एक महिला की भी दर्दनाक मौत हो गई, जिसने अपने घर में फोन कर के कहा था कि स्टेशन पर बहुत भीड़ है और वह वापस लौट रही हैं.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मची तो इसकी चपेट में पूनम भी आ गई, जो खुद को उसे भीड़ से निकल नहीं पाई और उसकी मौत हो गई. पूनम पेशे से नर्स थी, जो अपनी दो सहेलियों के साथ प्रयागराज महाकुंभ जा रही थी. ट्रेन पकड़ने के लिए वे लोग समय से रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. उनकी ट्रेन लेट थी तो उन्होंने तय किया कि वह अगली ट्रेन से प्रयागराज जाएंगे, लेकिन जिस तरह की भीड़ रेलवे स्टेशन पर थी, जिसे देखकर उन्होंने यह डिसाइड किया कि उन्हें वापस घर लौट जाना चाहिए.
रात भर पत्नी को ढूंढते रहे वीरेंद्र और बच्चे
रेलवे की ओर से स्पेशल ट्रेन की अनाउंसमेंट हुआ तो लोग प्लेटफार्म बदलने के लिए आगे बढ़े, लेकिन देखते ही देखते भीड़ बेकाबू हो गई, इसके बाद हादसा हो गया और पूनम और उनकी दो सहेलियां भीड़ की चपेट में आ गई. घटना के बाद पूनम का फोन तो बंद हो गया था, लेकिन परिवार के लोग लगातार उन्हें कॉल कर रहे थे. रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की खबर मिलते ही परिवार के लोगों की चिंता बढ़ गई. पूनम के पति वीरेंद्र और उनका बेटा स्टेशन की ओर निकले. वे रातभर अपनी पत्नी को ढूंढते रहे, लेकिन वह नहीं मिली. उन्होंने अस्पताल से लेकर रेलवे स्टेशन के चक्कर काटे, लेकिन वह कहीं नहीं मिली. बाद में वीरेंद्र को उनकी पत्नी की मौत की खबर दी गई.
उनका कॉल आया था कि वह वापस आ रही हैं
एएनआई से बातचीत के दौरान पूनम के पति वीरेंद्र ने बताया, “मैं तो उनके साथ नहीं गया था. वह अपनी दो सहेलियों के साथ रेलवे स्टेशन पर थी. उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी पूनम 5:30 बजे बस से रेलवे स्टेशन की ओर निकली थी. 8:05 पर उनकी ट्रेन थी, जो भीड़ होने के कारण छूट गई थे. उन्होंने तय किया कि वह लोग 9:05 की ट्रेन से जाएंगे, लेकिन भीड़ देखकर उन्होंने घर वापस आने के बारे में कहा, लेकिन वह लोग वापस नहीं आ पाए. रेलवे स्टेशन पर यह अनाउंसमेंट हुई कि कोई स्पेशल गाड़ी प्रयागराज महाकुंभ जा रही है. उसे भगदड़ में वे लोग चपेट में आ गए. हमारे परिवार में हम दो पति-पत्नी और दो बेटे हैं.”
अस्पताल से मिली बॉड़ी फिर हुआ पोस्टमार्टम
पूनम के पति वीरेंद्र ने बताया कि उनकी पत्नी की बॉडी उन्हें एलएनजेपी अस्पताल से मिली. वह बोले, “हमें समय याद नहीं है. बाद में बॉडी को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए ले गए. इसके बाद सुबह हम डेड बॉडी घर लेकर आए.” उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की ओर से घोषित मुआवजे की उन्हें कोई खबर नहीं है. अभी तक सरकार की ओर से कोई नहीं आया है.
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