नई दिल्ली : स्कूल में मिड-डे मील के खाने मरा हुआ चूहा पाए जाने के बाद दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री ने कड़ा रुख अपनाया है. इस भोजन को खाने के बाद करीब नौ बच्चे बीमार पड़ गए थे. इसके साथ ही कहा जा रहा है कि जिस एनजीओ ने खाना तैयार किया था उसका निदेशक एक आप विधायक के करीबी रिश्तेदार हैं. हालांकि, सिसोदिया ने कहा है कि दोषी कोई भी हो उसे छोड़ा नहीं जाएगा.


रसोई का संचालन एक विधायक के रिश्तेदार द्वारा किए जाने का आरोप


रसोई का संचालन एक विधायक के रिश्तेदार द्वारा किए जाने के आरोप पर सिसोदिया ने कहा, ‘हम बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले किसी शख्स को भी नहीं छोड़ेंगे, फिर चाहे वो किसी विधायक का रिश्तेदार हो, मंत्री हो या प्रधानमंत्री हो.’ उन्होंने कहा, ‘हम विक्रेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे. हम उन्हें बर्दाश्त नहीं करेंगे जो बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं. हम उन्हें ऐसा सबक सिखाएंगे कि भविष्य में कोई फिर ऐसा नहीं कर सकेगा.’


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मुख्य सचिव को स्कूलों में मिड-डे मील बनाने की निगरानी का निर्देश दिया


इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज मुख्य सचिव को स्कूलों में मिड-डे मील बनाने की निगरानी का निर्देश दिया. सिसोदिया ने यह आदेश दिल्ली के एक स्कूल में मध्याह्न भोजन, खाने में मरा हुआ चूहा मिलने के बाद दिया. इसबीच पुलिस ने देवली के सरकारी बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में मध्याहन भोजन की आपूर्ति करने वाले एक गैर सरकारी संगठन के दो संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.


दिल्ली में ऐसी सभी रसोईयों का नियमित तौर पर निरीक्षण किया जाएगा


सिसोदिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि सचिवों और प्रधान सचिवों समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी मेरे मापदंड के आधार पर रसोई का निरीक्षण करेंगे और एक हफ्ते में मुझे रिपोर्ट देंगे, दिल्ली में ऐसी सभी रसोईयों का नियमित तौर पर निरीक्षण किया जाएगा.’ उन्होंने कहा, ‘आज सुबह मैंने अपने अधिकारियों को तड़के साढ़े चार बजे इस रसोई का निरीक्षण कर हालात का जायजा लेने भेजा.’


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चूहे से दूषित खाना खाने के बाद नौ बच्चों ने सिर और पेट में दर्द की शिकायत की


चूहे से दूषित खाना खाने के बाद नौ बच्चों ने सिर और पेट में दर्द की शिकायत की. उन्हें मालवीय नगर में मदन मोहन मालवीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के बाद बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई गई. सिसोदिया जो दिल्ली के शिक्षा मंत्री भी हैं, उन्होंने कल अस्पताल का दौरा कर बच्चों का हाल चाल जाना. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि देवली के सरकारी बालक उच्चतर माघ्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य गिरिराज सिंह शर्मा की शिकायत पर जन चेतना जागृति एवं शैक्षिक विकासमंच के संचालकों के पी सिंह और संजय मलिक के खिलाफ धारा 273 (हानिकारक खाद्य या पेय पदार्थ की बिक्री) और 336 (जिंदगी जोखिम में डालना या दूसरों की सुरक्षा को जोखिम में डालना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.


मलिक और उसका सहयोगी विद्यालय में मौजूद थे, घटना के बाद फरार हुए


अधिकारी ने कहा, ‘हमने खाने के नमूने को जांच के लिए भेजा है और आगे की कार्रवाई के लिए प्रभावित बच्चों की चिकित्सा रिपोर्ट का इंतजार है. जरूरत हुई तो और धाराएं या आरोपियों के नाम से मामला दर्ज किया जा सकता है. अब तक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.’ उन्होंने कहा, ‘विद्यालय के प्रधानाचार्य ने ये भी आरोप लगाया कि मलिक और उसका सहयोगी विद्यालय में मौजूद थे और घटना के बाद बचा हुआ भोजन लेकर फरार हो गए.’


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