नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय का कामकाज संभालने के बाद ने विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर आज सुबह ट्विटर पर भी सक्रिय हो गए. इस मंत्रालय में तीन साल तक विदेश सचिव रहे जयशंकर यूं तो 2017 से ही ट्विटर पर मौजूद थे, मगर अपना पहला ट्वीट उन्होंने 1 जून 2019 को सुबह करीब साढ़े 10 बजे ही किया. पहले ट्वीट में उन्होंने जहां सबसे मिली शुभकामनाओं पर शुक्रिया कहा वहीं इस जिम्मेदारी के लिए आभार भी जताया.
इतना ही नहीं विदेश मंत्री जयशंकर ने अपनी पूर्व बॉस और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के प्रति भी सम्मान जताया. पहले ट्वीट में उन्होंने कहा कि मैं अपनी पूर्ववर्ती सुषमा स्वराज के पदचिह्नों पर चलकर गर्व महसूस कर रहा हूं. इसी क्रम में दूसरा ट्वीट कर उन्होंने कहा कि "विदेश मंत्रालय में हमारी टीम 24x7 आपकी मदद के लिए तत्पर है. अपने सहयोगी वी मुरलीधरन के साथ इन प्रयासों की अगुवाई करने में मुझे खुशी है."
जयशंकर ने ट्विटर पर व विभिन्न देशों के विदेशमंत्रियों से मिली शुभकामनाओं और बधाई संदेशों का भी जवाब दिया. इतना ही नहीं, उन्होंने ट्विटर पर मदद मांगते सन्देशों का सक्रियता से संज्ञान लेना शुरू कर दिया जिसके लिए सुषमा स्वराज ने अपनी एक खास पहचान बनाई थी.
इस बीच बीते 48 घण्टों में डॉक्टर जयशंकर के ट्विटर फॉलोवर्स की संख्या कई गुना बढ़ गई. खबर लिखे जाने तक 1.18 लाख हो गई थी. जबकि शनिवार सुबह 9 बजे तक यह आंकड़ा 54 हज़ार ही थी. हालांकि विदेश मंत्रालय छोड़ने तक सुषमा स्वराज के ट्विटर फॉलोअर्स की संख्या 1.27 करोड़ तक पहुंच चुकी थी. अंतर इस बात का भी है कि सुषमा स्वराज जहाँ राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को भी ट्विटर पर फॉलो नहीं करती थीं. वहीं जयशंकर ने ट्विटर सक्रिय होते ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह समेत 9 हस्तियों को फॉलो करना शुरू कर दिया.
महत्वपूर्ण है कि मोदी सरकार ने बीते कुछ सालों में अपनी डिजिटल डिप्लोमेसी को भी नए आयाम तक पहुंचाया है. सुषमा स्वराज की ट्विटर सक्रियता ने विदेश मंत्रालय में लोक शिकायत और जन ज़रूरत के मुद्दों के प्रति नज़रिया ही बदल दिया.