दुनियाभर में कोरोना का कहर जारी है. भारत में भी इस संक्रमण से करोड़ों लोग संक्रमित हुए हैं. इस संक्रमण से ठीक हुए ज्यादातर मरीजों में अलग-अलग तरह के सिम्पटम्स मिल रहे हैं. कोविड-19 से ठीक हुए इन मरीजों को सही तरीके से सांस ना ले पाना, बदन टूटना, बुखार आना जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हाल ही में मुंबई के डॉक्टर्स से पता चला है कि कोरोना वायरस से संक्रमित कुछ बुजुर्गों में एक नए प्रकार का इन्फेक्शन देखने को मिला है. ज्यादातर बुजुर्ग मरीजों की रीढ़ की हड्डी में ये इन्फेक्शन देखने को मिल रहा है.


मुंबई के नानावती हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित 6 बुजुर्ग मरीजों को भर्ती किया गया था. इस दौरान उन्हें रीढ़ की हड्डी में तकलीफ बढ़ने लगी. डॉक्टरों द्वारा जांच करने पर पता चला कि ये वायरस रीढ़ की हड्डी को भारी नुकसान पहुंचा रहा है. पूरी जांच प्रक्रिया का पालन करने के बाद इन सभी मरीजों का चार हफ्ते तक इलाज किया गया.


6 में से पांच बुजुर्गों का ऑपरेशन हुआ
नानावती हॉस्पिटल के सर्जन डॉक्टर मिहिर बापट के अनुसार, रीढ़ की हड्डी में बढ़ रही परेशानी को देखते हुए 6 में से पांच बुजुर्गों का ऑपरेशन करना पड़ा. इसके अलावा उन्हें एंटीबायोटिक का डोज़ भी दिया गया. डॉक्टर ने बताया कि इन मरीजों को ठीक होने में कम से कम तीन महीने का समय लग सकता है.


कोविड-19 से लड़ने की क्षमता होती है कम
डॉक्टर मिहिर ने बताया कि इन मरीजों की रीढ़ की हड्डी में फैला इन्फेक्शन कोरोना वायरस से नहीं बल्कि कम इम्युनिटी की वजह से हुआ है. वहीं, हिंदुजा अस्पताल के एक सर्जन ने कोरोना से ठीक हुए मरीजों की रीढ़ की हड्डी में इन्फेक्शन पाया है. उनके अनुसार, कोविड-19 से लड़ने की क्षमता इस इन्फेक्शन के कारण कम होती जा रही है.


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