जम्मू: पाकिस्तान इस साल जम्मू-कश्मीर में सटी अपनी सीमा पर 3200 से अधिक बार युद्ध विराम का उल्लंघन कर चुका है, जिसमें से 2300 से अधिक बार पाकिस्तानी सेना ने यह हिमाकत लाइन ऑफ कंट्रोल पर की है. भारतीय सेना भी पाकिस्तानी सेना का मुंहतोड़ जवाब दे रही है. साथ ही सीमा से सटे किसानों की भी मदद कर रही है.
भारतीय सेना ने इन दिनों सीमा से सटे हुए इलाकों में निगरानी के साथ-साथ यहां के किसानों की मदद करना भी शुरू किया है. भारतीय सेना यह कोशिश कर रही है कि पाकिस्तानी फायरिंग से प्रभावित किसानों को आधुनिक कृषि के तरीके सिखाए जिससे किसान कम मेहनत करके अच्छा मुनाफा कमा सकें. इसके लिए सेना ना केवल इन किसानों को ट्रेनिंग दे रही है बल्कि उन्हें आधुनिक कृषि के लिए जरूरी उपकरण, बीज और खाद्य भी मुफ्त दे रही है. सेना ने इस मुहिम को जम्मू में भारत पाकिस्तान सीमा से महज कुछ ही दूरी पर बसे मढ़ गांव में चलाया. बता दें कि जम्मू के अखनूर सेक्टर से सटा मढ़ गांव अंतरराष्ट्रीय सीमा में आता है. गांव से चंद ही किलोमीटर की दूरी से लाइन ऑफ कंट्रोल शुरू हो जाती है.
भारतीय सेना इन गांव में जाकर यहां गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले किसानों को बेहतर खेती के लिए मुफ्त पंप, उपकरण, बीज और औजार दे रही है और आम किसानों को यह सारी चीजें सस्ते दामों पर दे रही है. भारतीय सेना का कहना है कि दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने के साथ ही लोगों की मदद करना भी उनका फर्ज है. वहीं प्रशासन का कहना है कि सीमा से सटे इस इलाके में लोगों की कमाई का इकलौता साधन खेती है और पाकिस्तान की तरफ से की जा रही गोलीबारी उसे प्रभावित करती है. किसानों का कहना है कि भारतीय सेना ना केवल उन्हें पाकिस्तान की फायरिंग से बचा रही है बल्कि वो किसानों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाकर उनके जीवन को भी संवारने लगी है. किसानों ने बताया कि खेती के लिए उन्हें आधुनिक उपकरण दिए जा रहे हैं.
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