नई दिल्लीः किसान मजदूर एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए गाजीपुर बॉर्डर पर वापस से एक नए जोश के साथ किसान आंदोलन पर डट गए हैं. वहीं, धरना स्थल के पास पुलिस ने कई लेयर बैरिकेडिंग कर दी है. 26 जनवरी को लाल किले हुई घटना के बाद किसान आंदोलन खत्म होने की कगार पर पहुंचता हुआ दिख रहा था. लेकिन आंदोलन में वापस से जोश और जान राकेश टिकैत ने अपने एक वीडियो से डाल दी है.


28 जनवरी की रात मानों जैसे गाजीपुर पर किसान आंदोलन खत्म हो जाने वाला था. धरनास्थल पर मौजूद किसानों की संख्या 26 जनवरी के बाद से कम हो गई थी. जिस के बाद राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की बातें भी सामने आने लगी थी. लेकिन उसी रात राकेश टिकैत रो पड़े और उन के आंसुओं का असर ऐसा हुआ कि उनका वीडियो देखते ही अलग अलग जगहों से किसान गाजीपुर पहुंचने शुरू हो गए.


किसानों के आंदोलन में दिखा नया जोश 


अब इस किसान आंदोलन को लेकर किसानों में नया जोश दिख रहा है. वही, पुलिस की तैयारियां भी कड़ी है. धीरे-धीरे राजनीतिक चेहरे भी राकेश टिकैत और किसान आंदोलन के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंच रहे हैं, जिनमें जयंत चौधरी, मनीष सिसोदिया जैसे कई बड़े चेहरे शामिल हैं.


इन बॉर्डरों पर इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से हुई बंद


केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सिंघू, गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर इंटरनेट सेवाएं अस्थायी तौर पर बंद कर दी हैं. यह जानकारी शनिवार को एक अधिकारी ने दी. दिल्ली की इन सीमाओं पर किसान केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. अधिकारी ने बताया कि दिल्ली की तीन सीमाओं के अलावा इनसे लगे इलाकों में भी 29 जनवरी रात 11 बजे से 31 जनवरी रात 11 बजे तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी.  गौरतलब है कि 26 जनवरी को किसान संगठनों की ‘ट्रैक्टर परेड’ के दौरान हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी निर्धारित मार्ग से अलग हो गए थे और पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई थी. अनेक प्रदर्शनकारी लाल किले में प्रवेश कर गए थे.


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