मुंबई: महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग (MPSC) की परीक्षा की नई तारीख का एलान आज किया जाएगा. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार शाम को कहा है कि महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) की प्रारंभिक परीक्षा 22 मार्च तक आयोजित की जाएगी.


ठाकरे ने कहा, 'प्रारंभिक परीक्षा 14 मार्च से आठ दिनों के भीतर आयोजित की जाएगी. तारीखों की घोषणा शुक्रवार को होगी, यह मेरा आपसे वादा है.' ठाकरे ने कहा कि परीक्षाओं को स्थगित किए जाने के परिणामस्वरूप किसी भी छात्र को उम्र के आधार पर परीक्षा देने से रोका नहीं जाएगा.


MPSC परिक्षा रद्द होने पर विरोध प्रदर्शन
कोरोना की वजह से परीक्षा टालने का छात्र पुरजोर विरोध कर रहे हैं. महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों में छात्रों का गुस्सा उफान पर है. सड़क पर उतरे छात्रों का ये प्रदर्शन सरकार के उस फैसले के खिलाफ है, जिसमें कोरोना की दलील देकर MPSC यानी महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग की परीक्षा टाल दी गई.


MPSC की परीक्षा 14 मार्च को होनी थी. महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ शहरों में सख्ती के कारण प्रशासन ने MPSC की परीक्षा को टालने का फैसला ले लिया. कोरोना काल शुरू होने के बाद से अब तक 5 बार MPSC की परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाई गई है. लेकिन इस बार परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने पर छात्र आग-बबूला हो गए. प्रदर्शन करने उतरे छात्रों का विपक्ष ने भी साथ दिया है. छात्रों के गुस्से को देखते हुए राज्य सरकार ने भरोसा दिया कि हफ्ते भर के भीतर परीक्षा ली जाएगी.


बता दें, नागपुर में 15 मार्च से 21 मार्च तक आंशिक तौर पर लॉकडाउन लगा दिया गया है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी इस बात के संकेत दिए हैं कि बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए राज्य के कई शहरों में स्थिति को देखते हुए लॉकडाउन लगाया जा सकता है. एक तरफ कोरोना का संकट है तो दूसरी तरफ बेरोजगारी. यही वजह है कि छात्रों का गुस्सा अब रास्ते पर दिख रहा है.


महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कल 14,317 नए मामले आए
महाराष्ट्र में कल कोरोना वायरस के 14,317 नए मरीज सामने आए हैं जो इस साल एक दिन में सबसे ज्यादा हैं. अब यहां कुल कोरोना केस की संख्या 22,66,374 पहुंच गई है. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 57 संक्रमितों के दम तोड़ने के बाद राज्य में मृतक संख्या 52,667 पहुंच गई है.


बीते साल सात अक्टूबर को एक दिन में 14,578 नए मामले रिपोर्ट हुए थे जिसके बाद से दैनिक मामलों में गिरावट दर्ज होने लगी थी. कल 7,193 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई है. इसके बाद कुल 21,06,400 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं. वहीं राज्य में संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या एक लाख के पार चली गई है. पिछले साल छह नवंबर को राज्य में संक्रमण के इलाजरत मरीजों की संख्या 1,02,099 थी. इसके बाद उपचाररत मरीजों की संख्या कम होने लगी थी.


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