'प्रधानमंत्री बड़े नाराज हुए थे मुझ पर', ओवैसी ने क्यों कहा पीएम-राष्ट्रपति दोनों को नहीं करना चाहिए नई संसद का उद्घाटन
New Parliament Building: नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को विपक्ष बहिष्कार करने की तैयारी में है. एआईएमआईएम चीफ ओवैसी ने भी पढ़ें क्या कुछ कहा...
Parliament Building Inauguration: नए संसद भवन के उद्घाटन पर सियासी बवाल के बीच अब AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने नया शिगूफा छेड़ दिया है. ओवैसी ने कहा है कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों को ही नए संसद भवन का उद्घाटन नहीं करना चाहिए. ओवैसी के मुताबिक प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति कार्यपालिका का हिस्सा हैं, जिस वजह से नए संसद भवन का उद्घाटन स्पीकर को करना चाहिए.
ओवैसी ने साफ कहा, अगर प्रधानमंत्री नए संसद भवन का उद्घाटन करते हैं तो हम उस समारोह में शामिल नहीं होंगे. स्पीकर के उद्घाटन करने पर ही AIMIM कार्यक्रम में शिरकत करेगी. उन्होंने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री को इस वक्त इससे पीछे हट जाना चाहिए.
मैंने नई लोकसभा बनाने का प्रस्ताव दिया था- ओवैसी
ओवैसी ने नए संसद भवन के प्रस्ताव का जिक्र करते हुए बताया, ''2019 के लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इस मीटिंग का एजेंडा एक राष्ट्र, एक चुनाव था. तकरीबन सभी पार्टियां इससे सहमत थीं. हालांकि मैंने और सीताराम येचुरी ने इसका विरोध किया था. मैंने नई लोकसभा बनाने का प्रस्ताव दिया था. उस वक्त प्रधानमंत्री बड़े नाराज हुए थे मुझ पर.''
हमारा विरोध है कि... - ओवैसी
ओवैसी ने कहा हमारा विरोध है कि थ्योरी ऑफ सेप्रेशन ऑफ पावर संविधान का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि पीएम उद्घाटन करेंगे तो ये ग्रॉस वॉयलेशन होगा. ओवैसी ने ये भी बताया कि विपक्ष में से किसी ने भी संसद भवन के उद्घाटन समारोह के लिए हमसे संपर्क नहीं किया.
सेंगोल को लेकर ओवैसी बोले, आप गदा का इस्तेमाल कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि पूरे देश में सिर्फ उनकी पार्टी ही रहे. नए संसद भवन की जरूरत है इससे इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि मौजूदा संसद भवन को फायर डिपार्टमेंट की एनओसी ही नहीं है.
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