New Parliament Inauguration: 'संसद भवन BJP का नहीं...', विपक्षी दलों के बायकॉट से अलग है कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम का रुख
New Parliament Building: कांग्रेस के तमाम नेता लगातार नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार कर रहे हैं. वहीं इस हंगामे के बीच अब कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पार्टी से अलग रुख अपनाया है.
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New Parliament Building Inauguration: कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर अन्य कांग्रेसियों से अलग बयान जारी किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि "संसद भवन 'बीजेपी' का नहीं पूरे देश का है. मोदी का विरोध तो ठीक है लेकिन 'देश' का विरोध ठीक नहीं है".
आचार्य प्रमोद कृष्णम का यह बयान तब सामने आया जब कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा कर चुके हैं. बुधवार (24 मई) को कांग्रेस पार्टी ने समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों का बयान जारी करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दरकिनार करना न केवल महामहिम का अपमान है बल्कि लोकतंत्र पर भी हमला है.
संसद भवन “भाजपा”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) May 24, 2023
का नहीं पूरे देश का है, मोदी का विरोध तो ठीक है लेकिन “देश” का “विरोध” ठीक नहीं.
'अपने विवेक के अनुसार फैसला करेंगे'
इससे पहले नए भवन के उद्घाटन को लेकर जारी हंगामे के बीच बुधवार (24 मई) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि "28 मई को संसद के नए भवन के उद्घाटन के लिए सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया गया है. वे अपने विवेक के अनुसार फैसला करेंगे. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम को राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए".
'प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता का उदाहरण'
गृह मंत्री ने कहा कि "नया संसद भवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता का उदाहरण है". उन्होंने बताया कि उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री संसद भवन के निर्माण में योगदान देने वाले 60,000 श्रमिकों (श्रम योगियों) को सम्मानित भी करेंगे.
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