Parliament Building Inauguration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. उद्घाटन समारोह से पहले ही इसको लेकर सियासी घमासान छिड़ा हुआ है जो कम होने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को कहा कि आपकी सरकार के अहंकार ने संसदीय प्रणाली को ध्वस्त कर दिया है.
खरगे ने ट्विटर में ट्वीट करके लिखा कि मोदी संसद जनता से स्थापित लोकतंत्र का मंदिर है. महामहिम राष्ट्रपति का पद संसद का प्रथम अंग है. आपकी सरकार के अहंकार ने संसदीय प्रणाली को ध्वस्त कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने सवाल पूछा कि 140 करोड़ भारतीय जानना चाहते हैं कि भारत के राष्ट्रपति से संसद भवन के उद्घाटन का हक छीनकर आप क्या जताना चाहते हैं ?
चुनावी लाभ के लिए आदिवासी महिला को बनाया राष्ट्रपति
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर पहले भी निशाना साध चुके है. उन्होंने कहा था कि लगता है, मोदी सरकार ने केवल चुनावी लाभ के लिए दलित और आदिवासी राष्ट्रपति बनाया है. इसके अलावा उन्होंने कहा था कि नए संसद भवन के शिलान्यास के मौके पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नहीं बुलाया गया. इसके साथ ही अब राष्ट्रपति मुर्मू को भी उद्घाटन के मौके पर आमंत्रित नहीं किया गया है.
19 विपक्षी दलों ने बहिष्कार करने का किया है ऐलान
नए संसद भवन का पीएम मोदी से उद्घाटन को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत 19 विपक्षी दलों ने बहिष्कार करने का ऐलान किया है. गृह मंत्री अमित शाह ने एक दिन पहले बुधवार को नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इसके साथ ही शाह ने उद्घाटन पर विपक्ष के बहिष्कार को लेकर कहा कि आप इसे राजनीति के साथ मत जोड़िए. सब अपने विवेक के हिसाब से काम कर रहे हैं. शाह ने नए संसद भवन से जुड़ी कई जानकारी भी दी थी.
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