New Parliament Building: नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में टकराव जारी है. कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टीएमसी सहित 20 दलों ने उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की घोषणा की है, लेकिन इसी बीच पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल सेक्युलर (JDS) के चीफ एच. डी. देवगौड़ा ने गुरुावर (25 मई) को कहा कि वो कार्यक्रम में जाएंगे.
उन्होंने कहा, ''मैं उद्घाटन समारोह में शामिल होऊंगा. संसद देश के लोगों के टैक्स के पैसे से बनाई गई है. यह देश की है. ये कोई बीजेपी और आरएसएस का ऑफिस नहीं है.'' इसी के साथ संसद के उद्घाटन कार्यक्रम में विपक्षी दसों में से जेडीएस के अलावा एन चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (TDP), ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (BJD), शिरोमणि अकाली दल, पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की बहुजन समाज पार्टी (BSP), आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी((YSRCP) और लोक जनशक्ति पार्टी (पासवान) शामिल होगी.
समारोह में शामिल होने वाले दलों ने क्या कहा?
टीडीपी ने बताया कि एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्यसभा सदस्य कनकमेदला रवींद्र कुमार को समारोह में पार्टी का प्रतिनिधित्व करने को कहा है. वहीं बसपा की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि विपक्षी दलों की ओर से नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करना अनुचित है. शिरोमणि अकाली दल के नेता दलजीत सिंह ने कहा कि देश को संसद भवन मिल रहा है और यह गर्व का क्षण है, हम नहीं चाहते कि इस समय कोई राजनीति हो. सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने भी कहा कि राजनीतिक मतभेदों को दूर रखते हुए कार्यक्रम में सबको शामिल होना चाहिए.
बहिष्कार करने वाले दलों का क्या कहना है?
उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होने वाले दलों में कांग्रेस, टीएमसी, द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू, सीएम अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी, शरद पवार की एनसीपी, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल है.
इसके अलावा उद्घाटन कार्यक्रम में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कांफ्रेंस, केरल कांग्रेस (मणि), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, विदुथलाई चिरुथिगल काट्ची (वीसीके), मारुमलार्ची द्रविड मुन्नेत्र कड़गम (एमडीएमके), राष्ट्रीय लोकदल और तेलगांना के मुख्यमंत्री केसीआर की बीआरएस शामिल नहीं होंगे. इन दलों ने बहिष्कार की घोषणा करते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से उद्घाटन नहीं कराना लोकतंत्र पर हमला है. बता दें कि रविवार (28 मई) को पीएम मोदी संसद भवन का उद्घाटन करेंगे.