New Parliament Inauguration: नए संसद भवन के उद्घाटन के मुद्दे पर सभी विपक्षी पार्टियां एक सुर मिलाती हुई नजर आ रही हैं. इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने बुधवार (24 मई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वह नए संसद भवन का उद्घाटन करने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से व्यक्तिगत रूप से अनुरोध करें. 


उल्लेखनीय है कि नए संसद भवन का उद्घाटन रविवार (28 मई) को होने वाला है, जहां प्रधानमंत्री इस निर्माण में योगदान देने वाले सभी श्रमिकों को सम्मानित करेंगे. 19 राजनीतिक दलों के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने के आह्वान के बीच एनसीपी ने प्रधानमंत्री से यह आग्रह किया है. 


'पीएम को संविधान का पालन करना चाहिए' 
एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रेस्टो ने कहा कि प्रधानमंत्री को संविधान के अनुच्छेद 79 का पालन करना चाहिए और देश के संवैधानिक प्रमुख (राष्ट्रपति) को नए संसद भवन का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित करना चाहिए. 


इससे पहले दिन में, एनसीपी समेत 19 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने की घोषणा की. इन दलों ने एक संयुक्त बयान में कहा है कि नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री को नहीं, बल्कि राष्ट्रपति की ओर से किया जाना चाहिए. 


'राष्ट्रपति को उद्घाटन का अधिकार'
क्रेस्टो ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 79 का पालन करना चाहिए और व्यक्तिगत रूप से माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी को नए संसद भवन का उद्घाटन करने का अनुरोध करना चाहिए. राष्ट्रपति देश की संवैधानिक प्रमुख हैं, इसलिए उद्घाटन करना उनका अधिकार है.’’


पार्टी के एक प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी 28 मई को राष्ट्रीय राजधानी में नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होगी. 


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