दिल्ली विश्वविद्यालय में बुधवार चले घमासान के बीच देर शाम यूजीसी के संयुक्त सचिव विकास गुप्ता को डीयू की कार्यकारी परिषद ने रजिस्ट्रार नियुक्त कर दिया. इस ही के साथ प्रो वाइस चांसलर (प्रति-उपकुलपति) प्रोफेसर पी सी जोशी की जगह अब नॉन कोलीजेट वूमेन एजुकेशन बोर्ड (NCWEB) की डायरेक्टर डॉक्टर गीता भट्ट को प्रो वाइस चांसलर नियुक्त कर दिया है.


दरअसल पिछले कुछ दिनों से डीयू के  कुलपति प्रो.योगश त्यागी बीमार थे जिनकी अनुपस्थिति में प्रो.पीसी जोशी उपकुलपति के रूप में कार्यभार संभाल रहे थे. बीते दिन दिल्ली यूनिवर्सिटी में कुलपति और कार्यवाहक कुलपति समर्थित दो दलों ने दो लोगों को रजिस्ट्रार के पद की जिम्मेदारी दे दी गई. हांलाकि रात तक कार्यवाहक कुलपति ने तीसरे व्यक्ति को रजिस्ट्रार के पद की जिम्मेदारी देकर कानून वैधता पर और सवाल खड़े कर दिए.


पीसी झा पर अवैध रूप से रजिस्ट्रार के ऑफिस पर कब्ज़ा करने का आरोप लगा


ज्वाइंट रजिस्ट्रार के ऑफिस ने एक नोटिस जारी किया जिसके अनुसार पीसी झा को अंतरिम रजिस्ट्रार के रूप में नियुक्त किया गया. "झा को प्रोफेसर सुमन कुंडू की जगह साउथ कैंपस का डायरेक्टर तत्काल प्रभाव से बनाया जाता है. साथ ही उन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय का अंतरिम रजिस्ट्रार भी बनाया जाता है" नियुक्ति के कुछ घंटो बाद ही अंतरिम प्रति उपकुलपति  पीसी जोशी, जो कि कुलपति के बीमार होने के चलते जून से कार्यभार संभाल रहे हैं उन्होंने पीसी झा पर अवैध रूप से रजिस्ट्रार के ऑफिस पर कब्ज़ा करने का आरोप लगाया.


घटनाक्रम बेहद निंदनीय हैं और विश्वविद्यालय की छवि को खराब भी करते हैं- टीचर्स एसोसिएशन अध्यक्ष 


दिल्ली विश्वविद्यालय के टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीब रेय कहते हैं कि एक अधिकारी को हटा देना वहीं कार्यभार दिए गए अधिकारी को धमकी भरे पत्र मिलना बेहद निंदनीय है. ऐसा विश्वविद्यालय के इतिहास में कभी नहीं हुआ है कि एक रजिस्ट्रार ने ऑफिस ज्वाइन कर लिया हो वहीं अंतरिम रजिस्ट्रार कार्यकारी परिषद में शामिल हो. इस तरह के घटनाक्रम बेहद निंदनीय हैं और विश्वविद्यालय की छवि को खराब भी करते हैं.


यह भी पढ़ें.


बिहार चुनाव: बीजेपी के फ्री कोरोना वैक्सीन के वादे पर RJD का हमला, कहा- टीका देश का है, बीजेपी का नहीं


बंगाल में दूर्गा पूजा के साथ पीएम मोदी ने किया चुनाव का शंखनाद, गिनाईं अपनी सरकार की उपलब्धियां