(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
जल प्रपात मेढक की नई प्रजाति की अरुणाचल प्रदेश में खोज, आदि जनजाति पर हुआ नामकरण
अरुणाचल प्रदेश की आदि पहाड़ियों पर खोज से मेढक की नई प्रजाति का नाम आदि जल प्रपात मेंढक (एमोलोप्स आदिकोला) रखा गया है. नई प्रजाति की खोज को ‘जर्नल ऑफ नैचुरल हिस्ट्री’, लंदन में प्रकाशित किया गया है.
जीव वैज्ञानिकों की टीम ने अरुणाचल प्रदेश की आदि पहाड़ियों में मेढक की एक नई प्रजाति की खोज की है. उन्होंने जल प्रपात (कास्केड) मेंढकों की नई प्रजाति का नाम आदि पहाड़ियों के नाम पर आदि जल प्रपात मेंढक (एमोलोप्स आदिकोला) रखा है. जल प्रपात मेंढक मुख्य रूप से भूरे रंग का मेढक है और उसका आकार 4 सेंटीमीटर से 7 सेंटीमीटर के बीच है. पहाड़ियां आदि जनजातियों का निवास स्थान है. शोधकर्ताओं ने बताया कि आदि का शाब्दिक अर्थ 'पहाड़ी' या 'पहाड़ की चोटी' है.
अरुणाचल प्रदेश में मेढक की नई प्रजाति का पता चला
खोजी टीम में दिल्ली विश्वविद्यालय, भारत वन्यजीव संस्थान और उत्तर कैरोलीना म्यूजियम ऑफ नेचुरुल साइंस, अमेरिका के वैज्ञानिक शामिल रहे. नई प्रजाति की खोज के बारे में ‘जर्नल ऑफ नैचुरल हिस्ट्री’, लंदन में प्रकाशित किया गया है. शोधकर्ताओं ने बताया कि आदि पहाड़ियां ऐतिहासिक रूप से ‘अबोर हिल्स’ के नाम से भी जानी जाती थीं. नई प्रजाति की खोज तब की गई जब जीव वैज्ञानिक पिछले पांच वर्षों में पूर्वोत्तर भारत से मध्यम से बड़े आकार के जल प्रपात मेंढकों के एक समूह की जांच कर रहे थे.
आदि पहाड़ियों के नाम पर आदि जल प्रपात मेंढक का नामकरण
भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून के डॉ अभिजीत दास ने बताया कि नई प्रजाति की खोज 2018 में सदियों पुरानी आदि खोजयात्रा के दौरान की गई थी और अरुणाचल प्रदेश में आदि जनजाति की भूमि के नाम पर रखा गया, जहां ये प्रजाति विशेष रूप से मानसून का मौसम बीत जाने के बाद रहती है. दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एसडी बीजू कहते हैं, "उत्तर पूर्व प्रजातियों का खजाना है जो अभी भी विज्ञान के लिए अज्ञात है."
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