पंजाब में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ने लोगों के मन में डर और हलचल पैदा कर दी है. दरअसल ये वेरिएंट यूके से आया है. हाल ही में लिए गए 401 नये सैंपल में से 81 फीसदी सैंपल में ये वेरिएंट पाया गया है. इस वेरिएंट ने पंजाब में कोरोना को और तेजी से फैला दिया है. दरअसल, दिल्ली के नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने पाया है कि 81 फीसदी नमूनों में नए संस्करण की पहचान B 1.1.7 के रूप में की गई है. पंजाब में नए वेरिएंट के आने की वजह से लोग काफी परेशान हैं. क्या ज्यादा तनाव की वजह से ये वायरस तेजी से फैल रहा है इसका पता लगाने के लिए सरकार टेस्टिंग पर नजर बनाए हुए है. ब्रिटेन से आए नए वेरिएंट ने मरने वालों की संख्या को बढ़ा दिया है.


NRI हब में आग की तरह फैला कोरोना:


राज्य में पिछले हफ्ते 15,836 नए कोरोना वायरस के मामले और 283 मौत के आंकड़े दर्ज किए गए थे. कैसिलाड में संक्रमित लोगों का आंकड़ा 59% से ज्यादा है और मृत्यु दर 9 से 22 मार्च तक 79 फीसदी से ज्यादा हो गया है. वहीं करीब 36 फीसदी मामले और 50 फीसदी मौत दोआब क्षेत्र से हुई हैं. जिसमें चार जिले शामिल हैं. वहीं जालंधर ने कोरोना के 2,200 मामलें और 55 मौत हुई हैं. जबकि होशियारपुर में 1,807 नए मामले सामने आये हैं.


कोरोना काल में नाकाम रही राज्य सरकार :


राज्य सरकार अपने राज्य में सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने में नाकाम रही है. वहीं लोगों ने मास्क ना लगा कर लापरवाही दिखाई है. इन दोनों वजह ने आज पंजाब में यूके वेरिएंट को फैलने में मदद की है. वहीं सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ एथिकल एंड अफोर्डेबल हेल्थकेयर के अध्यक्ष डॉ राम कुमार ने कहा कि नया वेरिएंट ज्यादा घातक है इसलिए लोगों को सावधानी बरतने के अलावा पौष्टिक आहार लेने की जरूरत है. वहीं मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं को 31 मार्च तक सप्ताह में कम से कम आठ घंटे और सात दिनों के लिए वैक्सीन लगाने का निर्देश दिया है.


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