Explained: कोरोना टीकाकरण की स्थिति देखने के लिए CoWIN पर आया नया अपडेट, जानिए क्या है KYC-VS
देश में इस साल 16 जनवरी से शुरू हुए कोविड-19 टीकाकरण अभियान में अब तक 77 करोड़ से अधिक खुराक लगाई जा चुकी हैं. टीका लगवाने वाले लोग Cowin से डिजिटल तरीके से सर्टिफिकेट ले सकते हैं.
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New update on CoWIN KYC-VS: कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप कम होने के साथ ही सभी बाजार, संस्थाएं दोबारा खुल गए हैं. इस बीच सरकार संस्थाओं के लिए अपने कर्मचारियों और ग्राहकों की कोविड टीकाकरण स्थिति की जांच करने का एक आसान तरीका लेकर आई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविन प्लेटफॉर्म पर एक अपडेट पेश किया है, जहां पता लगाया जा सकता है कि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस रोधी टीका लगवा चुका है या नहीं.
KYC-VS क्या है और कैसे काम करेगा?
केवाईसी-वीएस एक नया एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) है. इसे कोविन एप और वेबसाइट पर लॉन्च किया गया है. इस एपीआई का उपयोग करने के लिए मोबाइल नंबर और नाम दर्ज करना होगा. मोबाइल पर आए ओटीपी को दर्ज करना होगा. इसके बाद उस व्यक्ति के टीकाकरण की स्थिति पर सत्यापन हो जाएगा.
आखिर क्यों जोड़ा गया ये नया सिस्टम?
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कुछ मामले ऐसे हो सकते हैं जब किसी संस्था को सभी कर्मचारियों के सर्टिफिकेट देखने की जरूरत नहीं है और केवल यह पता लगाना होता है कि किसी व्यक्ति ने टीका लगवाया है या नहीं. ऐसी स्थिति में कोई संस्था अपने कार्यालयों, कार्यस्थलों में कामकाज बहाल करने के लिए अपने कर्मचारियों के टीकाकरण का स्तर पता लगा सकते हैं. रेलवे अपने उन यात्रियों के टीकाकरण के बारे में जानना चाह सकता है जो सीट आरक्षित करा रहे हैं. एयरलाइन भी ऐसा कर सकती हैं. होटल अपने यहां ठहरने वाले लोगों के बारे में पता कर सकते हैं कि उन्होंने टीका लगवाया है या नहीं.
मंत्रालय के कहा, सामाजिक-आर्थिक गतिविधियां सभी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए धीरे-धीरे बहाल हो रही हैं, ऐसे में उन संस्थाओं को टीकाकरण की स्थिति के बारे में डिजिटल सूचना देने की जरूरत पड़ सकती है जिनके साथ लोग जुड़े हों. इनमें कर्मचारी, यात्री आदि शामिल हैं. इसलिए टीकाकरण की स्थिति के लिए को-विन के माध्यम से आधार सरीखी सत्यापन सेवा जरूरी है. इस लिहाज से को-विन ने एपीआई ‘नो यॉर कस्टमर/क्लाइंट वैक्सीनेशन स्टेटस’ या ‘केवाईसी-वीएस’ शुरू किया है.
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