New Year 2024 Himachal Pradesh Tourists: ठंड के मौसम में बर्फबारी का आनंद लेने के ल‍िए खासकर क्र‍िसमस और न्‍यू ईयर सेल‍िब्रेशन के ल‍िए बड़ी संख्‍या में सैलानी ह‍िमाचल प्रदेश की पहाड़‍ियों पर पहुंचते हैं. पर्यटक श‍िमला और मनाली के साथ-साथ लाहौल और स्पीति वैली का भी भरपूर लुत्‍फ उठाने पहुंच रहे हैं, लेक‍िन अब टूर‍िस्‍ट के ल‍िए 'अटल सुरंग' भी बेहद पसंदीदा जगह बन गई है. इस दौरान यहां पर्यटकों की ओर से फैलायी जाने वाली 'गंदगी' भी सोशल मीड‍िया पर चर्चा और च‍िंता, दोनों का व‍िषय बन गई है. 


भारतीय वन सेवा के अधिकारी प्रवीण कासवान की ओर से रविवार (31 द‍िसंबर) यानी नए साल की पूर्व संध्या पर अपने सोशल मीडिया मंच 'एक्‍स' पर फोटो शेयर की है. उन्‍होंने इस पर च‍िंता जाह‍िर करते हुए ल‍िखा, ''हम पहाड़ों में क्या छोड़ रहे हैं!! यह सिस्सू गांव है - एक बार जब आप अटल सुरंग पार करते हैं तो पहले दो गांव सिस्सु और खोकसर हैं. अब हर रोज हजारों वाहन अटल टनल में प्रवेश कर रहे हैं. क्या लोगों को अपना कचरा वापस नहीं लेना चाहिए!''


'हीलिंग हिमालय' कूड़े कचरे को साफ करने को समर्पित


आईएफएस अध‍िकारी कासवान ने अपनी पोस्‍ट को शेयर करते हुए उसमें 'हीलिंग हिमालय' के संस्थापक प्रदीप सांगवान को भी टैग क‍िया. सांगवान का संगठन हिमालय से पर्यटकों की ओर से पैदा होने वाले कूड़े कचरे को साफ करने के लिए समर्पित है. 






प्रकृत‍ि को होने वाले नुकसान के प्रत‍ि जताई च‍िंता 


कासवान समय-समय पर प्रकृत‍ि से जुड़ी तस्‍वीरों को अपने सोशल मीड‍िया अकाउंट पर साझा करते रहते हैं. ताजा फोटो को शेयर करते हुए भी उन्‍होंने इतनी बड़ी मात्रा में कचरे को देखकर इससे प्रकृत‍ि को होने वाले नुकसान के प्रत‍ि च‍िंता जताई है. 


'खोकसर गांव में ठोस कचरे का प्रबंधन कार्य तेजी से चल रहा' 


उन्‍होंने कहा कि ठोस कचरे के प्रबंधन की द‍िशा में खोकसर गांव में न‍िर्माण कार्य तेजी से क‍िया जा रहा है. अपशिष्ट प्रबंधन सुविधा अप्रैल 2024 के मध्य से चालू होने की प्रबल संभावना है. उम्मीद है कि हम सितंबर के मध्य तक इसे सुव्यवस्थित तरीके से संचाल‍ित करने में सक्षम होंगे. उसके बाद स‍िर्फ एकमात्र मसला कूड़े-कचरे का प्रबंधन और उसका संग्रहण होगा.   


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